नर्सरी प्रवेश:इरादा पैसा कमाना नहीं,केजरी

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 10 जनवरी 2016, 1:37 PM (IST)

नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में नर्सरी ऎडमिशन से मैनेजमेंट कोटा खत्म करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को अभिभावकों से एक कार्यक्रम के दौरान रूबरू हुए। इस दौरान केजरीवाल ने मैनेजमेंट कोटे की तमाम खामियों को बताते हुए कहा कि हमारा इरादा पैसा कमाने का नहीं है, हमारा मन साफ है इसलिए हम इसे खत्म करने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट कोटा के नाम पर स्कूल खूब मनमानी करते थे और जरूरतमंद मिडिल क्लास परिवारों को बेवजह परेशान करते थे, हमने ये खत्म कर स्कूलों की इस मनमानी पर रोक लगाने की कोशिश की है। अब कोई भी स्कूल अलग-अलग बेवजह के क्राइटीरिया बनाकर अपनी मनमानी नहीं कर पाएगा।

केजरीवाल ने कहा कि लोग मेरे पास सिफारिश लेकर आते हैं कि मैं उनके बच्ची का नर्सरी में ऎडमिशन करा दूं, लेकिन मैनेजमेंट कोटा खत्म कर मैंने अपने ही हाथ काट लिए हैं। हमारा कोई भी मंत्री, विधायक अब नर्सरी ऎडमिशन के लिए सिफारिश नहीं कर पाएगा, यहां तक कि खुद मैं भी कुछ नहीं कर सकता हूं। उन्होंने स्कूलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूलों ने ऎडमिशन के नाम पर सरकार को गुमराह किया। उन्होंने बताया जब हमने उनसे वेबसाइट पर ऎडमिशन को लेकर सारी जानकारी डालने को कहा तो स्कूलों ने सरकार को इस मुद्दे पर भी अंधेरे में रखा। गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने नर्सरी ऎडमिशन में प्राइवेट स्कूलों के मैनेजमेंट कोटे को खत्म कर दिया था। 20 पर्सेंट मैनेजमेंट कोटे की सीटों को खत्म करने के बाद अब ओपन सीटें 75 पर्सेंट हो गई हैं। सरकार ने आदेश दिया है कि हर प्राइवेट स्कूल में अब ओपन कैटिगरी में 75 पर्सेंट सीटें होंगी। ईडब्ल्यूएस कैटिगरी में 25 पर्सेंट सीटें होंगी। इसके अलावा दूसरा कोई कोटा नहीं होगा।