यहां मनाते हैं अनूठी क्रिसमस, बनाते हैं मारवाड़ी व्यंजन

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 21 दिसम्बर 2016, 09:03 AM (IST)

जोधपुर। क्रिसमस का नाम सुनते ही सैंटा क्लॉज, गिफ्ट, सजी हुई क्रिसमस टी, कैरल सॉन्ग और पार्टी जैसी चीजें खुद-ब-खुद ही दिमाग में आ जाती हैं। प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन क्रिसमस के उपलक्ष्य में राजस्थान की सूर्यनगरी के सभी प्रमुख चर्च आकर्षक रोशनी में जगमगा रहे हैं। मसीही समाज के घरों में प्रभु यीशु के जन्म पर बड़े दिन से जुड़े खुशियों के गीत गाए जा रहे हैं।
खास खबर डॉट कॉम में हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी परंपराएं जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे जो क्रिसमस से जुड़ी हैं। जिन्हें लोग जोधपुर में खुशियों के साथ आज भी जोड़े हुए हैं। यहां क्रिसमस के दिन बच्चे अपने माता-पिता को लैटर लिखकर गिफ्ट मांगते हैं और साथ ही ये प्रॉमिस भी करते हैं कि वे न्यू ईयर में अच्छा बर्ताव करेंगे। माता-पिता उस लेटर को जोर से पढऩे के बाद उन्हें आग में फेंक देते हैं। मान्यता है कि इससे बच्चों की विश पूरी हो जाती है। फादर जोस मथाइस बताते हैं कि ये त्योहार लाइफ में खुशियां बरसाता है।

बनते हैं मारवाड़ी व्यंजन

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फादर नारमल बताते हैं कि जिस तरह क्रिसमस पर यूक्रेन में 12 तरह के पकवान बनाए जाते हैं उसी तरह यहां केक के साथ मारवाड़ी पकवान बनाए जाते हैं, जिन्हें रात होने पर ही खाया जाता है। ये 12 प्रकार के व्यंजन यीशु के 12 चेलों को दर्शाते हैं। जोधपुर के रहने वाले अश्विनी दास कहते हैं कि हम सेलिब्रेशन के लिए स्पेशल मारवाड़ी ट्रेडिशनल व्यंजन बनाते हैं। दास का परिवार एक साथ इकठ्ठा होकर बड़े दिन को परम्पराओं के साथ सेलिब्रेट करते हैं।

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