समान विकास का वादा पूरा करता दिखना चाहते हैं मनोहर लाल

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 19 दिसम्बर 2016, 4:59 PM (IST)

बलवंत तक्षक
चंडीगढ़। हरियाणा के विकास में भेदभाव खत्म करने के वादे के तहत मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा जल्दी ही पूरा कर लेंगे। मुख्यमंत्री अपने वादे को पूरा करते दिखाने के लिए गैर भाजपा विधायकों के क्षेत्रों में न केवल लगातार सभाएं कर रहे हैं, बल्कि करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का ऐलान भी कर रहे हैं। अब तक उन्होंने 85 क्षेत्रों का दौरा पूरा कर लिया है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर सत्ता में रहते विरोधी दल यह आरोप लगाते रहे हैं कि विकास के मामलों में उन्होंने रोहतक झज्झर व सोनीपत जिलों पर ही ज्यादा जोर दिया और दूसरे जिलों की उपेक्षा की। हुड्डा के खिलाफ इस प्रचार का विधानसभा चुनावों में भाजपा को फायदा मिला और कांग्रेस केवल 15 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस ने ज्यादातर सीटें हुड्डा के प्रभाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में ही जीतीं।

सत्ता में आने के बाद खट्टर ने हरियाणा के लोगों से वादा किया था कि वे किसी एक इलाके के मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि राज्य के ढाई करोड़ लोगों के प्रतिनिधि हैं और इस नाते वे किसी क्षेत्र से भेदभाव करने के बजाये पूरे राज्य का एक समान विकास करेंगे। इसी वादे के तहत इन दिनों वे राज्य के दौरे पर हैं। अपनी जन सभाओं के दौरान खट्टर उनके सामने रखी जाने वाली मांगों को मंजूर करने में कोई किंतु-परंतु नहीं करते। विकास कार्यों के लिए हर क्षेत्र में वे करोड़ों रुपए देने का ऐलान कर रहे हैं। इन पर कितना और कब तक अमल हो पाएगा, यह आने वाला समय बताएगा, लेकिन इतना जरूर है कि राज्य के दौरे पर निकले मुख्यमंत्री को संबंधित इलाके के बारे में सही-सही फीडबैक मिल जाता है। यह कि लोग क्या चाहते हैं और मौजूदा सरकार के बारे में उनकी क्या धारणा है?

हाल ही खट्टर ने सिरसा जिले के डबवाली विधानसभा क्षेत्र में रैली की। विधानसभा चुनावों में सिरसा जिले में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी। सिरसा पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के प्रभाव वाला जिला है। डबवाली की सभा में खट्टर ने बिना नाम लिए इशारों-इशारों में कहा कि पहले सरकारी नौकरियां उन्हीं लोगों को मिलती थीं, जो हुक्मरानों के लिए चाय-पानी का बंदोबस्त करते थे, लेकिन भाजपा सरकार ने इस परंपरा को बदला है और अब पारदर्शिता के साथ नौकरियां मैरिट के आधार पर दी जा रही हैं। यह भ्रष्टाचार खत्म करने की दिशा में उठाया गया कदम है और आगे भी यह सिलसिला इसी तरह से जारी रहेगा।

चौटाला के गृह जिले में रैली के बाद मुख्यमंत्री जल्द ही अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ किलोई-सांपला क्षेत्र में भी रैली करने जा रहे हैं। सत्ता में आने के बाद खट्टर सरकार कांग्रेस के इस कद्दावर नेता के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज करवा चुकी है। हुड्डा के खिलाफ बदले की भावना से मुकदमे दर्ज कराने के आरोपों से इनकार करते हुए खट्टर ने बार-बार दोहराया है कि अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो कानून अपना काम करेगा। जाहिर है, किलोई-सांपला क्षेत्र की रैली में हुड्डा के खिलाफ खट्टर के तेवर तीखे ही रहेंगे।

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