1. पदमनाभ स्वामी मंदिर, त्रिवेंद्र :
पदमनाभ स्वामी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर है। यह तिरूवनंतपुरम् (त्रिवेंद्रम) शहर के बीच स्थित है। इस मंदिर की देखभाल त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार द्वारा की जाती है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और द्रवि़ड शैली में बनाया गया है। मंदिर की कुल एक लाख करो़ड की संपत्ति है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की विशाल मूर्ति विराजमान है जिसे देखने के लिए हजारों भक्त दूर दूर से यहां आते हैं। इस प्रतिमा में भगवान विष्णु शेषनाग पर शयन मुद्रा में विराजमान हैं। मान्यता है कि तिरूअनंतपुरम नाम भगवान के अनंत नामक नाग के नाम पर ही रखा गया है। यहां पर भगवान विष्णु की विश्राम अवस्था को पदमनाभ कहा जाता है और इस रूप में विराजित भगवान पkनाभ स्वामी के नाम से विख्यात हैं।
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2. तिरूपति बालाजी का मंदिर, आंध्रप्रदेश :
तिरूपति बालाजी का मंदिर आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित
है। यह मंदिर वास्तुकला का अjुत नमूना है। मंदिर सात पह़ाडों से मिलकर बने
तिरूमाला के पह़ाडों पर स्थित है, कहते हैं कि तिरूमाला की पहाç़डयां विश्व
की दूसरी सबसे प्राचीन पहाç़डयां है। इस तिरूपति मंदिर में भगवान
वेंकटश्वर निवास करते है। भगवान वेंकटश्वर को विष्णुजी का अवतार माना जाता
है। यह मंदिर समुद्र तल से 2800 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर को
तमिल राजा थोडईमाननें ने बनवाया था। इस मंदिर में लगभग 50,000 श्रृद्धालु
रोज दर्शन करने आते हैं। मंदिर की कुलसंपत्ति लगभग 50,000 करो़ड है।
3. श्री जगन्नाथ मंदिर, पुरी :
पुरी का श्री जगन्नाथ मंदिर एक हिन्दू मंदिर है, जो भगवान जगन्नाथ
(श्रीकृष्ण) को समर्पित है। यह भारत के उ़डीसा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी
में स्थित है। जगन्नाथ शब्द का अर्थ जगत के स्वामी होता है। इनकी नगरी ही
जगन्नाथपुरी या पुरी कहलाती है। इस मंदिर को हिन्दुओं के चार धाम में से एक
गिना जाता है। यह वैष्णव सम्प्रदाय का मंदिर है। पुरी जगन्नाथ मंदिर भारत
के दस अमीर मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के लिए जो भी दान आता है। वह
मंदिर की व्यवस्था और सामाजिक कामों में खर्च किया जाता है।
4. सांई बाबा मंदिर, शिरडी :
सांई बाबा एक भारतीय गुरू, योगी और फकीर थे, उन्हें उनके भक्तों
द्वारा संत कहा जाता है। उनके असली नाम, जन्म, पता और माता पिता के सन्दर्भ
में कोई सूचना उपलब्ध नहीं है। सांई शब्द उन्हें भारत के पश्चिमी भाग में
स्थित प्रांत महाराष्ट्र के शिरडी नामक कस्बे में पहुंचने के बाद मिला।
शिरडी सांई बाबा मंदिर भी यहीं बना हुआ है। सांई बाबा मंदिर भारत के अमीर
मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर की संपत्ति और आय दोनों ही
करो़डों में है। मंदिर के पास लगभग 32 करो़ड की चांदी के जेवर हैं। 6 लाख
कीमत के चांदी के सिक्के हैं। साथ ही, हर साल लगभग 350 करो़ड का दान आता
है।
5. सिद्घिविनायक मंदिर, मुंबई :
सिद्घिविनायक गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है। गणेश जी की जिन
प्रतिमाओं की सू़ड दाईं तरह मु़डी होती है, वे सिद्घपीठ से जु़डी होती हैं
और उनके मंदिर सिद्घिविनायक मंदिर कहलाते हैं। सिद्धि विनायक की महिमा
अपरंपार है, वे भक्तों की मनोकामना को तुरंत पूरा करते हैं। मान्यता है कि
ऎसे गणपति बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं और उतनी ही जल्दी कुपित भी होते
हैं। सिद्धी विनायक मंदिर भारत के रईस मंदिरों में से एक माना जाता है। इस
मंदिर को 3.7 किलोग्राम सोने से कोट किया गया है, जो कि कोलकत्ता के एक
व्यापारी ने दान किया था।
6. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू :
भारत में हिन्दूओं का पवित्र तीर्थस्थल वैष्णो देवी मंदिर है जो
त्रिकुटा हिल्स में कटरा नामक जगह पर 1700 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर
के पिंड एक गुफा में स्थापित है, गुफा की लंबाई 30 मी. और ऊंचाई 1.5 मी.
है। लोकप्रिय कथाओं के अनुसार, देवी वैष्णों इस गुफा में छिपी और एक राक्षस
का वध कर दिया। मंदिर का मुख्य आकर्षण गुफा में रखे तीन पिंड है। इस मंदिर
की देखरेख की जिम्मेदारी वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की है। आंध्र प्रदेश के
तिरूमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद इसी मंदिर में भक्तों द्वारा सबसे ज्यादा
दर्शन किए जाते है। यहां हर साल लगभग 500 करो़ड का दान आता है।
7. सोमनाथ मंदिर, गुजरात :
सोमनाथ एक महत्वपूर्ण हिन्दू मंदिर है जिसकी गिनती 12
ज्योतिलिंüगों में प्रथम ज्योतिलिंüग के रूप में होती है। गुजरात के
सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बंदरगाह पर स्थित इस मंदिर के बारे में कहा
जाता है कि इसका निर्माण स्वयं चन्द्रदेव ने किया था। इसका उल्लेख ऋग्वेद
में भी मिलता है। इसे अब तक 17 बार नष्ट किया गया है और हर बार इसका
पुनर्निर्माण किया गया। सोमनाथ में हर साल करो़डों को चढ़ावा आता है। इसलिए
ये भारत के अमीर मंदिरों में से एक है।
8. गुरूवयुर मंदिर, केरल :
गुरूवयुर श्री कृष्ण मंदिर गुरूवयुर केरला में स्थित है। यह मंदिर
विष्णु भगवान का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। कहा जाता है कि यह मंदिर
लगभग 5000 साल पुराना है। गुरूवयुर मंदिर वैष्णवों की आस्था का केंद्र है।
अपने खजाने के कारण यह मंदिर भी भारत के 10 सबसे अमीर मंदिरों में से एक
है।
9. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी :
काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिलिंüगों में से एक है। यह मंदिर
वाराणसी में स्थित है। काशी विश्वनाथ मंदिर का हिंदू धर्म में एक विशिष्ट
स्थान है। ऎसा माना जाता है कि एक बार इस मंदिर के दर्शन करने और पवित्र
गंगा में स्त्रान कर लेने से मोक्ष की प्राçप्त होती है। वर्तमान मंदिर का
निर्माण महारानी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा सन 1780 में करवाया गया था। बाद
में महाराजा रंजीत सिंह द्वारा 1853 में 1000 कि.ग्रा शुद्ध सोने द्वारा
मढ़वाया गया था। काशी विश्वनाथ भी भारत के अमीर मंदिरों में से एक है। यहां
हर साल करो़डों का चढ़ावा आता है।
10. मीनाक्षी अम्मन मंदिर, मदुरै :
तमिलनाडु में मदुरै शहर में स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर प्राचीन
भारत के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। मीनाक्षी अम्मन मंदिर विश्व
के नए सात अजूबों के लिए नामित किया गया है। यह मंदिर भगवान शिव व
मीनाक्षी देवी पार्वती के रूप के लिए समर्पित है। मीनाक्षी मंदिर पार्वती
के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह 3500 वर्ष से
अधिक पुराना माना जा रहा है। यह मंदिर भी अमीर मंदिरों में से एक माना
जाता है।