शिवसेना की भाजपा को चेतावनी, हवस होती है तलाक का कारण

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 13 सितम्बर 2014, 5:25 PM (IST)

मुंबई। महाराष्ट्र में अगले महीने 15 तारीख को विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बीच, महायुती गठबंधन (भाजपा और शिवसेना) में सीटों को लेकर खींचतान बढती जा रही है। ऎसे में सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने पुराने सहयोगी भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा है कि ज्यादा सीटों की लालसा के चलते तलाक भी हो सकता है। हाल ही में आए कोर्ट के एक फैसले से पंक्ति उठाते हुए शिवसेना के मुखपत्र सामना में शनिवार को छपे संपादकीय में लिखा है, "गठबंधन के सहयोगियों को जीत का सपना देखना चाहिए। इसके लिए सभी पार्टियों को ज्यादा सीटों की हवस छोडनी चाहिए।

यह कहना ठीक नहीं है कि उतनी सीटें मिलेंगी, तभी गठबंधन में रहेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि ज्यादा कामुकता की चाहत तलाक का कारण बन सकती है। हम सब चाहते हैं कि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हो। अगर विधानसभा चुनावों में किसी को कम सीटें मिलती हैं, तो भी उन्हें सरकार में उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा, लेकिन इसके लिए पहले हमें सत्ता में आना होगा।" महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। 288 सीटों को आपस में बांटने के लिए बीजेपी, शिवसेना और अन्य दलों के बीच खींचतान चल रही है। इस लिहाज से शिवसेना के इस संपादकीय को भाजपा पर छिपे हुए हमले के तौर पर देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन किया था, मगर राज्य में अगले महीने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों पार्टियां सीटों के बंटवारे को लेकर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। भाजपा ने लोकसभा की 48 में से 23 सीट जीतने के बाद भाजपा ने विधानसभा में सीटों की मांग बढा दी है। शिवसेना को 18 सीटें मिली थीं। 1999 से राज्य में सत्ता पर काबिज कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सिर्फ 6 सीटों पर सिमट गया था। राज्य की 288 सीटों पर होने वाले चुनावों को लेकर भाजपा जहां ज्यादा सीटों की मांग कर रही है, जबकि शिवसेना ज्यादा सीटें देने की इच्छुक नहीं है। इतना ही नहीं, भाजपा चाहती है कि शिवसेना उसके दूसरे सहयोगी दलों के लिए भी कुछ सीटें छोडे।

भाजपा का मानना है कि अगर वह शिवसेना की मांग मान लेती है, तो उसका मतलब होगा कि वह मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं होगी। सीटों के बंटवारे की वजह से ही बीजेपी का हरियाणा में हरियाणा जनहित कांग्रेस से गठबंधन टूट चुका है। वहां भी भाजपा लोकसभा चुनाव में जीत के बाद ज्यादा सीटें चाहती थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार को कहा था कि सीटों के समझौते पर जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, सीटों के बंटवारे की घोषणा चुनावों की घोषणा के बाद की जाती है। जब हमारी सूची आ जाएगी, तब आपको पता चल जाएगा कि हम कितनी सीटों पर चुनाव लड रहे हैं।