बडे पैमाने पर राहत:श्रीनगर भेजी 50 टन सामग्री, नौसेना के मरीन कमांडो तैनात

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 08 सितम्बर 2014, 7:35 PM (IST)

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में बाढ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य बडे पैमाने पर जारी है। एयरफोर्स के विमानों के जरिये मोटर बोट, कंबल और दवाएं कश्मीर घाटी पहुंचाई गई हैं। आईएल-76 और एएन-32 विमानों के जरिये 50 टन राहत सामग्री भेजी गई है। इनमें खाने-पीने का सामान,दवाएं और मोटरबोट शामिल हैं। इन विमानों के जरिये एनडीआरएफ और रेडक्रॉस के 150 लोगों को भी श्रीनगर भेजा गया है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए नौसेना के मरीन कमांडो तैनात किए गए हैं। श्रीनगर-सोपोर हाईवे पर हैगांव में करीब 200 कमांडो राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। गोताखारों की और टीमें दिल्ली, मुंबई और विशाखापत्तनम से बुलाई गई हैं।

जम्मू-कश्मीर में बाढ से फिलहाल राहत के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य में बाढ की वजह से 750 ट्रांसफॉर्मर, 13500 खंबे और 2 दर्जन ट्रांसमिशन टावर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। कश्मीर घाटी में ही करीब 8000 खंबे, 450 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। एनडीआरएफ की 5 और टीमें मौके के लिए रवाना की गई है। राहत और बचाव कायों पर निगरानी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक टीम बनाई है जो संयुक्त सचिव की देखरेख में काम करेगी। बाढ में फंसे लोगों की मदद के लिए श्रीनगर, जम्मू और दिल्ली में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।

सेना ने 20000 लोगों को निकाला...

भारतीय थल सेना ने बाढ ग्रस्त जम्मू एवं कश्मीर में फंसे 20,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। सेना ने कहा कि नौसेना और वायुसेना भी राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न इलाकों से 20,000 लोगों को निकाला गया है। सेना ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यो के लिए 205 टुकडियां तैनात की हैं और बाढ पीडितों के बीच 4,000 कंबल और 90 तंबू बांटे हैं। सेना ने बाढ पीडितों में 23,000 लीटर पानी और 600 किलोग्राम बिस्कुट भी बांटे। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की 60 टीमों को भेजा गया है। नौसेना के जवानों ने श्रीनगर-सोपोर राजमार्ग पर स्थित हरिगांव से लगभग 200 लोगों को सुरक्षित निकाला। कुल 45 विमानों और हेलीकॉप्टरों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए लगाया गया है। नई दिल्ली, मुंबई और विशाखापत्तनम में नौसेना के गोताखोर जम्मू एवं कश्मीर रवाना होने के लिए तैयार हैं। मंत्रालय ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 85 टन दवाइयां हेलीकॉप्टरों से भेजी गई हैं और राज्य में 16 राहत शिविर बनाए गए हैं। वायुसेना ने हेलीकॉप्टरों और परिवहन विमानों की सहायता से 1,245 लोगों को सुरक्षित निकाला है।

हेल्पलाइन नंबर...

दिल्ली - 011 24611210 और 24611108; श्रीनगर- 0194-2452138; जम्मू- 0191-2560401.