सीसैट: कैंडल मार्च रोका,पुलिस से भिडे छात्र

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 31 जुलाई 2014, 10:20 AM (IST)

दिल्ली। दिल्ली के मुखर्जीनगर में बीती रात यूपीएससी के आंदोलनकारी छात्रों और पुलिस के बीच जबरदस्त भिडंत हुई। छात्र अपनी मांगों के समर्थन में कैंडल मार्च निकाल रहे थे, वो बाडा हिंदूराव अस्पताल तक जाना चाहते थे, जहां उनके साथियों को रखा गया है। इस दौरान जब पुलिस ने उन्हें रोका तो छात्र भडक उठे। छात्रों के पथराव करने पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। पुलिस के मुताबिक छात्रों ने कई गाडियों में तोडफोड की और एक डीटीसी बस को जलाने की कोशिश की। देर रात पुलिस ने धरने पर बैठे छात्रों के तंबू भी उखाड डाले। पुलिस ने कुल 35 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने अनशन स्थल का तंबू उखाड फेंके। इसके बाद गुस्साए छात्रों ने पुलिस के ऊपर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भी छात्रों पर लाठीचार्ज किया। इस संघर्ष में करीब चार छात्रों और तीन पुलिसवालों को चोटें आई है। इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने नेहरू विहार में एक पुलिस बूथ में आग लगाने की कोशिश भी की और डीटीसी की एक बस में आग लगा दी। आग की वजह से बूथ में रखे कुछ कागजात जल गए। छात्रों के उग्र रूप को देखते हुए पुलिस ने नार्थ डिस्ट्रिक्ट से 18 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया और नार्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट से करीब 15 से भी ज्यादा छात्रों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, पुलिस ने मुखर्जी नगर इलाके में धारा-144 लागू करने से साफ इनकार कर दिया है। बताया जा रहा है कि सीसैट को लेकर अनशन पर बैठे चार छात्रों समेत दस लोगों को पुलिस ने तबियत खराब होने की वजह से हिंदूराव अस्पताल में एडमिट कराया था। इन छात्रों को वार्ड नंबर छह में रखा गया था, जहां छात्र आईवी फ्लूइड भी नहीं चढवा रहे थे।
इसी बीच दो छात्र अस्पताल से भागकर फिर से अनशन स्थल पर पहुंच गए और पुलिस के विरोध में कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया। लेकिन जब रात 9 बजे छात्र कैंडल मार्च करते हुए हिंदूराव अस्पताल की तरफ बढने की कोशिश कर रहे थे, तो मौके पर तैनात पुलिस बलों ने उन्हें रोका। वहां पुलिस और छात्रों के बीच कहासुनी के बाद मामला इतना बढ गया कि छात्रों ने आगजनी की। मौके पर पहुंचे दो फायर टेंडर ने आग पर काबू पाया। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने घटना के बाद कई लोगों को हिरासत में ले लिया है।