नूहं। भले ही सूबे में महिला थाना खोलकर सुरक्षा के बड़े दावे किए जा रहें है। लेकिन आए दिन हो रही विभिन्न घटनाएं सुरक्षा के दावे को सिरे से खारिज कर रही है। जिले के गांव अटेरना शमशादबाद में एक पीडि़ता को ससुराल वालों ने दहेज के लालच में एक माह तक बंधक बनाकर रखा। पीडि़ता के भाई की पुलिस को दी गई लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीडि़ता को आजाद करवाया। पीडि़त अजहरूदीन ने बताया कि उसकी बहन कि शादी 15 मई 2016 को नगीना खण्ड के गांव अटेरना शमशादबाद में आरिफ पुत्र दीन मोहम्मद के साथ हुई थी। शादी में एक कार और एक लाख रूपये दहेज में दिये थे। लेकिन आरोपी उस दहेज से खुश नहीं थे। शादी के सात दिन बाद आरोपियों ने लडक़ी के सभी जेवर उतारकर घर भेज दिया। उसके करीब चार माह बाद पंचायत के जरिये बहन को भेज दिया लेकिन आरोपी वहीं पांच लाख रूपये कि डिमांड करने लगे। अजहरूदीन का कहना है कि गत 12 दिसंबर को बड़ी बहन और रूकसीना जो गांव रायपुर में जा रही थी उनके साथ मेरा जीजा न्याज मोहम्मद भी साथ था। बहन से मिलने के लिये उसकी ससुराल अटेरना शमशाबाद घर चले गये। आरोपियों ने तीनों बहनों और बहनोई के साथ जमकर मारपीट की है। जिसके कारण उनको काफी चोट आई है।
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