माकपा 19 सीटों पर लड़ेगी चुनावः ओंकार शाद

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 05 दिसम्बर 2016, 1:41 PM (IST)

कुल्लू। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने घोषणा की है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी राज्य की विभिन्न 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शेष सभी सीटों पर समान विचारधारा वाले दलों को समर्थन देते हुए प्रत्याशी खड़े किए जाएंगे। माकपा के राज्य सचिव डा. ओंकार शाद ने यह घोषणा माकपा के के कुल्लू में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय संगठनात्मक अधिवेशन को संबोधित करते हुए की। पूर्व राज्य सचिव राकेश सिंघा ने पार्टी का झंडा फहरा कर अधिवेशन का शुभारम्भ किया, जबकि पार्टी के केन्द्रीय सचिवालय सदस्य एवं हिमाचल राज्य कमेटी के प्रभारी कामरेड विजय राघवन ने इस दो दिवसीय अधिवेशन का उदघाटन किया। टिकेन्द्र पंवार, प्रेम गौतम, कुशाल भारद्वाज व संतोष कपूर के संयुक्त अध्यक्ष मंडल ने अधिवेशन की अध्यक्षता की। डा. ओंकार शाद, राकेश सिंघा व डा. कश्मीर ठाकुर ने अधिवेशन का संचालन किया। राज्य सचिव डा. ओंकार शाद ने दो दिवसीय अधिवेशन में प्रस्तावित रिपोर्ट का मसौदा प्रतिनिधियों के समक्ष रखा, जिसमें हिमाचल प्रदेश में पार्टी के विकास, फैलाव व उसकी मजबूती पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय कांग्रेस व भाजपा के बाद मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी तीसरी सबसे बड़ी राजनितिक ताकत है। उन्होंने कहा कि अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य जहां पार्टी संगठन को चुस्त दुरुस्त करना है, वहीं माकपा व भाकपा की संयुक्त राजनीतिक ताकत के आधार पर अन्य समान विचारधारा वाले संगठनों व व्यक्तियों को साथ लेकर प्रदेश में वामपंथी-जनवादी मोर्चे का निर्माण करना भी है। उन्होंने कहा पार्टी ने प्रदेश में अभी तक विधानसभा की 19 सीटें चिन्हित भी कर ली हैं, जहां पर माकपा अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारेगी। इस के अलावा पार्टी ने फैसला लिया है कि भाकपा व अन्य सम्मान विचारधारा वाली राजनीतिक सोच रखने वाले दलों के साथ मोर्चा बना कर सभी 67 विधानसभा सीटें लड़कर कांग्रेस व भाजपा दोनों को टक्कर देगी। माकपा नेता ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा की सरकारों ने युवाओं के लिए रोजगार के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। किसानों की बड़े पैमाने पर बेदखली हो रही है, विशेषकर दलित व गरीब किसानों को निशाना बना कर उनके घर, गौशालाएं तोड़े जा रहे हैं, फलदार पौधे काटे जा रहे हैं। श्रम कानूनों का उल्लंघन करने वाली कम्पनियों व ठेकेदारों को शह देते हुए मजदूर आंदोलनों को कुचला जा रहा है। छात्रों पर भारी-भरकम फीसें थोंपी जा रही हैं व लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला जा रहा है। अपने हकों की आवाज उठाने वाले मजदूरों, किसानों, छात्रों व नौजवानों को बेवजह झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजा रहा है। उन्होंने कहा कि माकपा इस तरह के दमन के खिलाफ लड़ाई तेज करेगी तथा वामपंथी जनवादी एकता की ताकत को एकजुट कर प्रदेश की जनता को एक चुनावी विकल्प देगी। माकपा ने प्रदेश भर में जारी मजदूरों, किसानों, छात्रों, दलितों, महिलाओं व समाज के अन्य कमजोर तबकों के आंदोलनों को अपना पूरा समर्थन व सहयोग देने का भी निर्णय लिया है। इससे पहले अपने उद्घाटन भाषण में पार्टी के केन्द्रीय सचिवालय सदस्य कामरेड विजय राघवन ने कहा कि देश में जिन नव उदारीकरण की नीतियों को मोदी सरकार लागू कर रही है, उस से आम जनता की सुविधाएं छीन कर पूंजीपतियों व बड़े कारपोरेट घरानों को लूट की खुली छूट दी जा रही है पूर्व यूपीए सरकार द्वारा लागू की गयी जनविरोधी नवउदारवादी नीतियों को मोदी सरकार और तीव्रता के साथ लागू कर रही है। एक तरफ जनविरोधी नीतियाँ लागू की जा रही हैं वहीं साम्प्रदायिक आधार पर भी जनता को विभाजित करने का काम मोदी सरकार के दौरान तेजी से बढ़ा है।
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