आतंकवाद और अलगाववाद पर साथ आने की अपील

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 04 दिसम्बर 2016, 8:07 PM (IST)

अमृतसर। हार्ट ऑफ एशिया इंस्ताबुल प्रोसेस ऑन अफगानिस्तान छठी मिनिस्टिरियल कान्फ्रेंस का रविवार को समापन हो गया। इस काॅन्फ्रेंस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डाॅ अशरफ गनी ने भी संबोधित किया और आतंकवाद के साथ अलगाववाद के मुद्दे को जोर शोर से उठाया। इस काॅन्फ्रेंस में चीन समेत एशिया के 40 देशों के विदेश मंत्रियों सहित इनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से भी मुलाकात की और कहा कि इस रीजन की स्थिरता के लिए आतंकवाद का खात्मा बहुत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में इस कांफ्रेंस में आए सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि अमृतसर शान्तिपूर्ण शहर है और यहां सभी का स्वागत है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ बोलते हुए कहा कि आज सबको आतंकवाद के खिलाफ मिलजुल कर लड़ने की जरूरत है। साथ ही प्रधानमंत्री ने इस रीजन में शान्ति के लिए अफगानिस्तान का विकास करने को भी जरूरी बताया। पाकिस्तान का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादियों को शह देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि आतंकवाद का खात्मा किया जा सके। अफगानिस्तान को भारत की ओर से दिए जा रहे सहयोग के बारे में उन्होंने कहा कि ये सहयोग आगे भी जारी रहेगा। क्योंकि अफगानिस्तान की सहायता करना भारत का मुख्य मकसद है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ अशरफ गनी ने इस सहायता की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि अफगानिस्तान भी आतंकवाद के खात्मे के लिए भारत का पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि भारत ने बिना किसी किसी मांग के अफगानिस्तान की मदद की है और तालिबान ने स्वीकार किया है कि पकिस्तान उनकी सहायता करता है। जो की निंदनीय है।
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