जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक , तमाम मुद्दे पर बनी सहमति

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 30 नवम्बर 2016, 9:45 PM (IST)

झांसी। जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक अजय कुमार शुक्ल जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। उपायुक्त उद्योग ने अवगत कराया कि निवेश मित्र व्यवस्था के अन्तर्गत उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सम्बंधित एनओसी व सहमति जलवायु के लम्बित सभी प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है।
विद्युत विभाग का भारत स्वीकृति का एक मामला अभी हाल ही में प्राप्त हुआ है ,जो प्रोसेस में जिसका निस्तारण शीघ्र कर दिया जायेगा । मऊरानीपुर औद्योगिक आस्थान,ग्राम झाँकरी, मऊरानीपुर की अवशेष निजी 1.63 एकड़ भूमि को भी उद्योग विभाग के नाम दर्ज कराये जानेे से सम्बंधित प्रकरण काफी दिनों से चल रहा था । न्यायलय उपजिलाधिकारी, मऊरानीपुर व्दारा 9 नवम्बर को उक्त भूमि उद्योग विभाग के नाम दर्ज करने के आदेश पारित कर दिये गये हैं व उक्त भूमि खतौनी में उद्योग विभाग के नाम दर्ज हो गई है। प्रकरण निस्तारित ।


बैठक में उपायुक्त उद्योग व्दारा अवगत कराया गया कि औद्योगिक आस्थान, ग्राम झांकरी में ं ग्रीन बैल्ट हेतु छोडी गई भूमि पर अवैध रुप से ढाबे का निर्माण करा लिया गया है। इस पर जिलाधिकारी व्दारा उपायुक्त उद्योग को विवरण उपलब्ध कराने व उपजिलाधिकारी व पुलिस विभाग के सहयोग से कार्यवाही कराने के निर्देश दिये गये ।
उपायुक्त उद्योग ने अवगत कराया कि समाजवादी युवा स्व रोजगार योजना के अन्तर्गत बैकों व्दारा अब तक 16 मामलों में स्वीकृतियॉं व 06 मामलों में ऋण वितरण किया गया है। बैकों व्दारा ग 25 आवेदन पत्र आपत्ति सहित बैंक शाखाओं दारा वापस कर दिये गये है । इस पर जिलाधिकारी महोदय व्दारा शीध्र आवेदन पत्र बैकों को भिजवाये जाने हेतु निर्देशित किया गया ।

सौ घंटे काम करो, नौ हजार रुपए लो

वर्तमान में चीनी पात्र विकास केन्द्र मे 10 शेड खाली है तथा कार्य करने की अवस्था में है, जिन्हें नियमानुसार किराये पर पाटरी उत्पाद से सम्बंधित इकाईयों को दिया जा सकता है। उक्त उत्पादों से सम्बंधित इकाईयॉ स्थापित करने हेतु 10-12 इकाईयों व्दारा आवेदन कर इस केन्द्र शेड आवंटन करने हेतु अनुरोध किया है तथा कुछ और इकाईयों से भी आवेदन पत्र आमंत्रित किये जायेगे ।
इस केन्द्र में पर्याप्त स्थान एवं आधारभूत ढांचा आवश्यक मात्रा में उपलब्ध है, जो कमियॉ है, उन्हें तकनीकी संस्था के मार्गदर्शन एवं नई तकनीकी सलाह व उनके सहयोग से पाटरी से जुडी अच्छी इकाईयों का चयन कर व उन्हें प्रोत्साहित करते हुए इस केन्द्र में एक अच्छा औद्याोगिक वातावरण तैयार किया जा सकता है, जिससे यहॉ के पात्रकारो को तकनीकी जानकारी/प्रशिक्षण व प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलेगा और भविष्य में इस केन्द्र के पाटरी से सम्बंधित उत्पादों को एक पहचान भी मिलेगी । इस केन्द्र के पुर्नसंचालन हेतु शेडों के आवंटन हेतु समिति गठित करने का प्रस्ताव है,।

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