विक्टोरिया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई दो मैचों की श्रृंखला के दूसरे मैच में बुधवार को हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे मैच में भारत को कड़े मुकाबले में 4-3 से हरा दिया। इसी के साथ श्रृंखला 1-1 से बराबर रही। भारत को इस मैच के तीसरे क्वार्टर के ज्यादातर हिस्से में 10 खिलाडिय़ों के साथ ही खेलना पड़ा। बावजूद इसके मेहमानों ने अच्छा संघर्ष किया लेकिन अंतिम क्वार्टर में मेजबानों ने मैच अपने नाम किया।
पहले मैच में जीत हासिल करने के बाद भारतीय टीम आत्मविश्वास से भरी थी और उसने मैच की शुरुआत भी पूरे आत्मविश्वास के साथ की। आकाशदीप ने छठे मिनट में गोल करते हुए भारत को बढ़त दिला दी। मेजबानों ने वापसी करने में ज्यादा समय नहीं लिया और 13वें मिनट में ट्रेंट मिट्टोन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए बराबरी का गोल किया।
टॉप 10 में दो बार इसलिए आया विराट कोहली का नाम
दूसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया। भारत ने एक बार
फिर बढ़त ले ली थी। 22वें मिनट में उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला और
वी.आर.रघुनाथ ने उसे गोल में तब्दील कर स्कोर 2-1 कर दिया लेकिन मेजबानों
ने अगले ही मिनट में बराबरी कर ली। जैक वेहटोन ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल
में बदल कर मेजबानों राहत की सांस दी। दूसरे क्वार्टर के अंत से पहले भारत
को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और रघुनाथ ने बढ़त लेने के मौके को जाने नहीं
दिया।
इस फैसले से पूरी तरह से असहमत है यह क्रिकेटर
क्वार्टर खत्म होने तक भारत 3-2 से आगे था। दोनों टीमें अपनी
आक्रामकता कायम रखे हुए थीं और हार न मानने वाली नहीं थीं। इसी आक्रामक खेल
का नतीजा था कि तीसरे क्वार्टर में कुल चार पीले कार्ड दिए गए जिसमें से
तीन भारतीय खिलाडिय़ों को मिले। निक्किन थमैया और प्रदीप मोर को इसी कारण
मैदान से बाहर भी जाना पड़ा।
जहीर के नाम पर इसलिए नहीं लगी मुहर
इसी बीच 38वें मिनट में जेरेमी हेवार्ड ने
पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए एक बार फिर मेजबानों की बराबरी कर
दी। अंतिम क्वार्टर में मेजबान टीम भारत पर हावी हो गई और 54वें मिनट में
उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला। हेवार्ड ने इस बार भी गोल करने में कोई गलती नहीं
की और यह ऑस्ट्रेलिया के लिए विजयी गोल साबित हुआ।
(IANS)
जहीर के नाम पर इसलिए नहीं लगी मुहर