आपातकालीन सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर बल: कौल सिंह

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 30 नवम्बर 2016, 1:21 PM (IST)

शिमला । प्रदेश सरकार राज्य के अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिये प्रयासरत है। इसी के दृष्टिगत इन्दिरा गांधी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल शिमला आईजीएमसी तथा डा राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांड़ा में आपातकालीन वार्ड खोलने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी मंगलवार को आईजीएमसी की रोगी कल्याण समिति की शासकीय निकाय की बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने दी।
उन्होंने कहा कि रोगियों तथा तीमारदारों की सुविधा के लिए आईजीएमसी तथा कमला नेहरू अस्पताल में वाटर एटीएम स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में बन रहे नए ओपीडी भवन में ट्राॅमा सेंटर स्थापित किया जाएगा ताकि दुर्घटना के उपरान्त रोगियों को तत्काल उपचार सुविधा उपलब्ध हो सके।
श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा रोगियों को जन.औषधी केन्द्रों के माध्यम से सस्ती दरों पर दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने अस्पताल में विभिन्न श्रेणियों के खाली पदों को भरने का मामला सरकार को भेजने को कहा। उन्होंने आउटसोर्स के माध्यम से विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों को आरआरकेएस में समायोजित करने संबंधी मामला भी सरकार को भेजने के निर्देश दिए ताकि इस पर उचित निर्णय लिया जा सके।
बैठक में वर्ष 2016-17 के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई, जिसके तहत कुल 4330 लाख रुपये की अनुमानित प्राप्तियां जबकि कुल अनुमानित खर्च 4580 लाख रुपये रखा गया है। उन्होंने प्राप्तियों व खर्च के अंतर को पूरा करने के लिए और प्रयास करने को कहा। प्रदेश सरकार द्वारा 552.50 लाख रुपये की राशि वेतन व अन्य खर्चों के लिए ग्रांट.इन.एड के रूप में उपलब्ध करवाई जाएगी।
बजट के अनुसार 1745 लाख रुपये प्रदेश केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में वेतन व अन्य भतों पर 380 लाख रुपये व्यय का प्रावधान किया गया हैए जबकि विभिन्न डायगनाॅस्टिक सेवाओं एक्सरे सीटी,एमआरआई फिल्मों एवं कीटों व केमिकल आदि के प्रापण पर 175 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मशीनों व उपकरणों के रखरखाव पर 205 लाख रुपये,जबकि दवाओं के प्रापण पर 150 लाख रुपये खर्च किए जायंगे। सर्जिकल, स्ट्रेचर इत्यादि वस्ताओं पर 205 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केएनएच रोगी कल्याण समिति के लिए 144 लाख रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी रोगी कल्याण समिति द्वारा रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य एवं उपचार सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वर्ष 2015-16 में विभिन्न शीर्षों पर 2961.92 लाख रुपये की राशि खर्च की गई।
बैठक में स्थानीय विधायक सुरेश भारद्वाज व शिमला नगर निगम के महापौर संजय चौहान ने भी अपने बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए।स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना, आईजीएमसी के प्राचार्य , अशोक शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक रमेश चन्द व रोगी कल्याण समिति के सदस्य उपस्थित थे।
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