डेविड हॉकी इंडिया के हाई परफॉर्मेंस निदेशक नियुक्त

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 30 नवम्बर 2016, 12:57 PM (IST)

नई दिल्ली। हॉकी इंडिया (एचआई) ने डेविड जॉन को हाई परफॉर्मेंस निदेशक नियुक्त किया है। डेविड इससे पहले भी भारतीय पुरुष टीम के साथ काम कर चुके हैं। वे लंदन ओलम्पिक-2012 में टीम के साथ मानसिक सलाहकार के तौर पर जुड़े थे। वे हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की दो टीमों के साथ भी परफॉर्मेंस निदेशक के तौर पर काम कर चुके हैं। डेविड के पास कई खेलों की टीमों के साथ काम करने का अनुभव है।

वे हॉकी, रग्बी, ऑस्ट्रेलियन रूल्स फुटबॉल और ट्राईथलोन जैसे खेलों से भी जुड़े रहे हैं। डेविड की नियुक्ति पर एचआई के सचिव मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा, हम डेविड का उस भूमिका में स्वागत करते हैं जो पिछले कुछ वर्षो से काफी अहम रही है। उन्होंने कहा, हाई परफॉर्मेंस निदेशक की जिम्मेदारी सिर्फ वर्तमान की ही नहीं होती। उसे भविष्य के बारे में भी सोचना पड़ता है।


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वहीं डेविड ने उम्मीद जताई है कि उनका टीम के साथ अतीत में बिताया गया समय महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस पद की अपनी कुछ चुनौतियां हैं। मुझे उम्मीद है कि मेरा टीम के साथ अतीत में बिताया गया समय और उन लोगों की मौजूदगी जिनके पास इस खेल का लंबा अनुभव है, उससे टीम को फायदा होगा।

विश्व कप से बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने...



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नई दिल्ली/लाहौर। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा जूनियर हॉकी विश्व कप से पाकिस्तान को बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने भारत को इसका जिम्मेदार ठहराया है। एफआईएच के मुताबिक, पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने अंतिम तारीख तक अपने खिलाडिय़ों का यातायात कार्यक्रम नहीं बताया था।

लखनऊ के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आठ दिसंबर से शुरू होने वाले जूनियर विश्व कप में एफआईएच ने मलेशिया को पाकिस्तान के विकल्प के तौर पर शामिल किया है। एफआईएच ने बयान में कहा है कि एफआईएच को इस बात का अफसोस है कि पाकिस्तान की जूनियर पुरुष टीम इस साल उत्तर प्रदेश में होने वाले जूनियर विश्व कप में क्वालीफाई करने के बाद भी हिस्सा नहीं ले पाएगी।


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बयान के मुताबिक, एफआईएच ने यह फैसला पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) से बात करके और उनके टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के सभी इंतजामात की पुष्टि करने के बाद ही लिया है। तय सीमा के बाद वीजा के लिए अर्जी दी गई और समय सीमा के बाद भी ठहरने की व्यवस्था की पुष्टि नहीं की गई। इसके लिए उन्हें कई बार याद भी दिलाया गया। एफआईएच के अपने साझेदारों के साथ कुछ करार संबंधी सीमाएं हैं। जिसके तहत उसे आने वाले जूनियर हॉकी विश्व कप में सभी मैच कराने हैं। कुछ ही दिनों में टूर्नामेंट शुरू हो जाएगा और 29 नवंबर को एफआईएच के पास सभी 16 टीमों की पुष्टि करने की अंतिम तिथी है।


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पीएचएफ ने हालांकि इसके बाद एफआईएच की आलोचना की है और उसके इस कदम को सोची समझी साजिश बताया है। पीएचएफ के सचिव शहबाज अहमद ने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने शहबाज के हवाले से लिखा है, पाकिस्तान ने किसी भी कार्यक्रम में देरी नहीं की। पाकिस्तानी खिलाडिय़ों को अंतिम तिथी से पहले वीजा न देना भारत की गलती है।

हमारी सरकार ने समय पर खिलाडिय़ों को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया था। यह दुख की बात है कि पाकिस्तान जूनियर हॉकी विश्व कप में हिस्सा नहीं ले पाएगा। हमने हमारे खिलाडिय़ों के लिए प्रशिक्षण शिविर भी लगाया था तो हम कार्यक्रम में कैसे देरी कर सकते हैं।

(IANS)

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