झांसी। खाद्य पदार्थो में अपमिश्रण अथवा मिलावट
मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही नहीं है बल्कि यह मानवता के लिए एक गम्भीर
अपराध भी है। यह विचार आज बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय के संकायध्यक्ष प्रो0
धीर सिंह ने व्यक्त किये। प्रो0 सिंह आज स्वस्थ भारत मिशन के अन्तर्गत
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के खाद्य तकनीक अभियांत्रिकी विभाग, इंस्टिट्यूट
ऑफ ट्रांसजीन लाईफ सांईन्सेज, लखनऊ तथा बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के
एसोशिएसन ऑफ फूड सांईटिस्ट एण्ड टैक्निशियन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित खाद्य
अपमिश्रण विश्लेषण विषय पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन सत्र
की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर प्रो0 सिंह ने कहा कि हम खाद्य पदार्थ की पौष्टिकता
को देखते हैं, परन्तु उस पदार्थ को तैयार करने में कितनी
स्वच्छता का ध्यान रखा गया है यह नहीं दिेखते है। अतः आज हमें स्वयं ध्यान देना
होगा तथा साथ ही समाज को खाद्य पदार्थो में मिलावट के प्रति जागरूक करना होगा।
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