पशुपालकों ने जानी चारा प्रबंधन की तकनीकें

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 28 नवम्बर 2016, 5:43 PM (IST)

बीकानेर। वेटरनरी विश्वविद्यालय के पशुधन चारा संसाधन प्रबंधन एवं तकनीक केन्द्र द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिये गए गांव डाईया में उन्नत पशुपोषण पर एक दिवसीय पशुपालक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। केन्द्र के प्रमुख अन्वेषक प्रो. आर.के. धूडिय़ा ने बताया कि पशुओं से अधिक उत्पादन प्राप्त करने में सन्तुलित पशु आहार का महत्वपूर्ण योगदान है । अत: पशुपालकों को पौष्टिक और सरलता से सुलभ होने वाले पशु आहार के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है।
इसी उद्देश्य से केन्द्र द्वारा पशुपालकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जा रहे है। शिविर में पशुपालकों को संतुलित और पौष्टिक आहार की आवश्यकता, वर्ष पर्यन्त हरा चारा उत्पादन, हरे चारे को लम्बे समय तक सुरक्षित रखे जाने की विधियों, यूरिया मोलासेस मिनरल ब्लॉक बनाने की विधि और उपयोगिता की जानकारी प्रदान की। हाइड्रोपोनिक्स तकनीक द्वारा पौष्टिक हरा चारा के उत्पादन की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की गई। इस शिविर में डॉ. दिनेश जैन, डॉ. नीरज शर्मा, दिनेश आचार्य एवं महेन्द्र सिंह मनोहर ने अपनी सेवाएं दी। इस शिविर में 30 महिला एवं पुरूष पशुपालकों ने भाग लिया।


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