नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एम जगदीश कुमार
सहित बडे प्रशासनिक अधिकारियों को 19-20 अक्टूबर की रात प्रशासनिक भवन में
बंधक बनाए जाने के मामले में छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार
सहित 20 विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जेएनयू के रजिस्ट्रार डॉ प्रमोद कुमार ने नोटिस जारी करने की पुष्टि करते
हुए कहा कि कुलपति सहित बडे प्रशासनिक अधिकारियों को एडमिन ब्लॉक में बंधक
बनाए जाने के मामले में 20 छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इन छात्रों को इस मामले की जांच के लिए गठित एक कमेटी के सामने पेश होकर
अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
कमेटी के सामने अपनी बात रखने के लिए नहीं आने वाले छात्रों के बारे में
समझा जाएगा कि उनके पास इस संबंध में कहने के लिए कुछ नहीं है। उस स्थिति
में उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गांधी से शादी करने पर अड़ी कांग्रेसी युवती...फिर क्या हुआ पढ़ें पूरी खबर
कन्हैया के अलावा छात्र संघ के
वर्तमान अध्यक्ष मोहित पांडे, उपाध्यक्ष अमल पीपी, महासचिव सतरूपा चRवर्ती,
संयुक्त सचिव तबरेज हसन, पूर्व महासचिव रामा नागा, पूर्व अध्यक्ष अकबर,
देशद्रोह के मामले में जमानत पर बाहर आए छात्र उमर खालिद आदि को भी नोटिस
मिला है।
नोटिस के बारे में छात्र संघ अध्यक्ष मोहित पांडे ने कहा कि जेएनयू प्रशासन
कैंपस से गायब छात्र नजीब अहमद के मामले में तो उचित कार्रवाई नहीं कर
सका। वहीं जो छात्र नजीब को न्याय दिलाने की लडाई लड रहे हैं, उन छात्रों
को विभिन्न तरीकों से डराया जा रहा है।
मोहित ने कहा कि नजीब के साथ हाथापाई करने के दोषी पाए जाने के बाद भी कुछ
विद्यार्थियों के ऊपर जेएनयू प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने
कहा कि हमने वीसी से मिलने के लिए 10 दिन पहले समय मांगा था लेकिन अभी तक
हमें समय नहीं मिला है। ऎसे में अगर छात्र अपनी बात प्रशासन तक पहुंचाना
चाहते हैं तो वे भला कैसे पहुंचा पाएंगे। ऎसे में अगर छात्र वीसी की चौखट
तक जाते हैं तो उन्हें लगता है कि हमें उन्हें बंधक बनाने या घेरने आए हैं।
बेटी की शादी में पहुंचे आमिर खान, परिवार ने नहीं लिया जोडा, तस्वीरें