हनुमानगढ़। वन विभाग की जिस महिला वन रक्षक को उसकी ईमानदारी का प्रतिफल अन्यत्र स्थानांतरण के रूप में मिला उसी महिला वन रक्षक ने अपने स्थानांतरण ऑर्डर आने के बाद भी ईमानदारी का पल्ला नहीं छोड़ा तथा रिलीव होने से पहले भी अवैध रूप से चार ट्रैक्टर रेहड़ों में भरकर तस्करी कर हरियाणा की तरफ ले जाई जा रही करीब ढाई सौ क्विंटल लकडिय़ों को जब्त कर यह साबित कर दिया कि राजनीतिक पहुंच भी उनके होंसलों को नहीं तोड़ सकती।
सबसे बड़ी बात यह है कि उक्त महिला वन रक्षक की इस कार्रवाई का श्रेय भी वन विभाग के अधिकारियों ने खुद ले लिया जबकि वे तो सूचना मिलने के घंटों तक मौके पर नहीं पहुंचे। फिलहाल वन विभाग की टीम ने लकड़ी को वाहनों सहित जब्त कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रावतसर वन विभाग की वन रक्षक लक्ष्मी मीणा के सोमवार सायं को स्थानांतरण आदेश जिला वन अधिकारी हनुमानगढ़ द्वारा जारी किए गए। महिला वन रक्षक लक्ष्मी मीणा अभी रावतसर से रिलीव नहीं हुई थी कि मंगलवार अल सुबह एक सूचना के आधार पर उसने अपने पति के साथ करीब चार बजे नोहर रोड पर स्थित चक 4 सीवाईएम के पास लकडिय़ों से भरे चार ट्रैक्टरों व रेहड़ों को रोककर जांच की तो वाहन चालकों के पास लकड़ी के परिवहन संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिले। लकडिय़ों का अवैध रूप से परिवहन करने की बात पुख्ता होने पर वन रक्षक लक्ष्मी मीणा ने इसकी सूचना रावतसर रेंजर रणवीर सिंह के अलावा डीएफओ को भी जरिए मोबाइल दी। बताया जा रहा है कि उक्त महिला वन रक्षक रात्रि को अपने पति के साथ मौके पर अधिकारियों के आने की बाट जोहती रही लेकिन कोई नहीं आया।
सूचना देने के करीब दो घण्टे बाद रावतसर वन विभाग से भरतराम, सुरेन्द्र, विनोद आदि टीम के साथ मौके पर पहुंचे तथा पकड़े गए ट्रैक्टर व रेहड़ों को जब्त कर रावतसर ले आए। इसके बाद वन विभाग रावतसर की टीम ने इस कार्रवाई को खुद के पाले में डालते हुए वन अधिनियम के तहत ट्रैक्टर चालक ओमप्रकाश पुत्र अर्जुनराम कम्बोज निवासी ढोवरिया (ऐलनाबाद), ओमनाथ पुत्र तरूणनाथ निवासी वार्ड नम्बर दस, रावतसर, सोहन सिंह पुत्र निरंजन सिंह कुम्हार निवासी वार्ड नम्बर एक, रावतसर व भागाराम पुत्र निक्कूनाथ निवासी चक दस केडब्ल्यूडी, रावतसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। अपने ही विभाग के इस कृत्य से महिला वन रक्षक लक्ष्मी मीणा भी अचंभित हो गई। उसने इस बारे में मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए विभाग के खिलाफ आरोप लगाए। आपको बता दें कि उक्त महिला वन रक्षक ने कुछ समय पहले भी अवैध रूप से लकडिय़ों की तस्करी कर ले जाते हुए एक ट्रैक्टर रेहड़ा जब्त किया था।
बताया जा रहा है कि राजनीतिक पहुंच वाले लोग अवैध रूप से लकडिय़ों की तस्करी कर हरियाणा भिजवाने के कार्य में शामिल हैं। पूर्व में की गई कार्रवाई का फल महिला वन रक्षक लक्ष्मी मीणा को अपने ट्रांसफर के रूप में मिला। रावतसर क्षेत्र में वन विभाग की मिलीभगती से सैकड़ों-हजारों पेड़ों को काटकर अवैध रूप से हरियाणा में तस्करी की जा रही है।
क्या बोले डीएफओ
‘‘महिला वन रक्षक की कार्रवाई सराहनीय है लेकिन विभाग पर आरोप नहीं लगाया जा सकता। सूचना मिले और टीम तुरन्त मौके पर पहुंच जाए यह संभव नहीं। मौके पर पहुंचने में समय लगता है। बाकि संबंधित की यह जिम्मेवारी बनती है कि वह कार्रवाई स्थल पर संबंधित विभाग की टीम के न पहुंचने पर अपनी ड्यूटी निभाए।’’
सुंयोग शषी, डीएफआई, हनुमानगढ़
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