एक बोगी ने उजाड़ दी डेढ़ सौ से अधिक जिंदगियां

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 22 नवम्बर 2016, 4:03 PM (IST)

कानपुर। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त पीके आचार्य पुखरायां रेल हादसे की जांच के लिए घायलों से लेकर कर्मचारियों व अधिकारियों से पूछताछ कर रहें है। जिसमें शुरूआती दौर पर यही पता चल रहा है कि रेल इंजन की क्षमता से अधिक भार होने से यह भीषण हादसा हुआ है।

कानपुर देहात के पुखरायां के पास इंदौर पटना एक्सप्रेस की भीषण दुर्घटना के कारणों को लेकर मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वी सर्किल पीके आचार्य ने मंगलवार को बैठक की। जिसमें अधिकारी, इंजीनियर व कर्मचारी मौजूद रहें। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन के ड्राइवर जलज शर्मा व सहायक ड्राइवर उमेश पुरोहित को भी बुलाया गया। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि ड्राइवर ने अपने बयान में कहा कि अतिरिक्त कोच बी-थ्री (थर्ड एसी) के लगने से इंजन का मीटर लोड ज्यादा बता रहा था। जिससे गाडी हिलकोरे मार रही थी, उसने यह भी बयान दिया कि झांसी से चलने के बाद इसकी जानकारी अधिकारियों को दिया। बताया जा रहा है कि आचार्य ने ड्राइवर से लिखित बयान के बाद लगभग एक घंटे तक अधिकारियों के साथ मंथन किया।
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झांसी के सूत्रों ने इस भी इस बात की पुष्टि की है कि ड्राइवर ने गडबडी की सूचना दी थी, जिसे अधिकारियों ने अपने यहां से बला टालने के लिए कानपुर पंहुचाने का आदेश दे दिया। बताते चलें कि ट्रेन में 22 के जगह 23 बोगी उस दिन लगी थी, जिसमें सेकेंड एसी के दो, थर्ड एसी के तीन (अतिरिक्त कोच सहित), 12 स्लीपर, चार जनरल, एक-एक महिला/विकलांग व एसएलआर के कोच लगे थे। हादसे में घायल रिटायर्ड रेलवे इंजीनियर परमानंद झा का कहना है कि अधिक भार होने से इंजन पर प्रभाव जरूर पड़ता है। हो सकता है इसी के चलते हादसा हुआ है, लेकिन जिस प्रकार गाड़ी हिलकोरें खा रही थी उससे मेरी जानकारी में पहिए के ऊपर लगी स्प्रिंग खराब होने के बाद एक्सल टूटा होगा। उत्तर रेल महाप्रबंधक अरूण सक्सेना ने बताया कि हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है, दो-तीन दिन में जांच रिपोर्ट बोर्ड को सौंप दी जाएगी।


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बेटिकट यात्रियों ने बढ़ाया भार

रेलवे के मुताबिक दुर्घनाग्रस्त ट्रेन में यात्रियों की संख्या करीब 2050 थी, जबकि घायल यात्रियों की माने तो यह संख्या करीब तीन हजार से अधिक थी। रेलवे के एक अधिकारी नाम न छापने की शर्त पर बताया कि झांसी कानपुर रूट में बेटिकट यात्रियों की तादाद बहुत ज्यादा रहती है। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि तीन हजार यात्री न रहे हों। कहा कि अधिक भार हादसे का एक कारण हो सकता है।



जीआरपी ने दर्ज किया मुकदमा

कानपुर देहात के भीमसेन थानाप्रभारी अर्जुन सिंह की तहरीर पर थाने में तेजी से व लापरवाही से ट्रेन चलाना, जानमाल और संपत्ति का नुकसान और रेलवे एक्ट 337, 338, 304, 427, 304, 151, 154 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। जीआरपी एसपी झांसी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे की जांच के अलावा हम भी हादसे की बारिकी से जांच कर रहे है। किसी भी स्तर के दोषी को जांच के बाद बक्शा नहीं जाएगा, उनकी गिरफ्तारी कर कार्यवाही की जाएगी।
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