गोवंश को बूचडख़ाने ले जाते चढ़े हत्थे, चालक-खलासी की धुनाई

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 19 नवम्बर 2016, 4:42 PM (IST)

हनुमानगढ़। ट्रक में भरकर उत्तरप्रदेश के बूचडख़ानों में ले जाया जा रहा गोवंश शुक्रवार रात गोरक्षकों की सजगता से बचा लिया गया। आक्रोशित गोरक्षकों ने ट्रक चालक व खलासी की मौके पर ही जमकर धुनाई कर डाली। बाद में दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। मामला गोगामेड़ी पुलिस थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार नोहर व रावतसर के गोरक्षा दल के सदस्यों को शुक्रवार रात सूचना मिली कि एक ट्रक में गोवंश को बूचडख़ाने ले जाया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद सजग हुए गोरक्षा दल के सदस्यों ने रात करीब तीन बजे थालडक़ा के पास से गुजर रहे दस चक्का ट्रक का पीछा किया और इसकी सूचना नोहर पुलिस को दी। करीब आधा दर्जन वाहनों में गोरक्षक सवार थे। पीछा कर रहे गोरक्षकों के वाहनों को रास्ते में ट्रक चालक ने कई बार टक्कर मारने का भीप्रयास किया। गोरक्षकों की एक पिकअप ट्रक की टक्कर से क्षतिग्रस्त भी हो गई।

बताया जा रहा है कि ट्रकचालक व खलासी के पास पिस्तौल भी थी। रास्ते में गोरक्षकों पर कई राउंड फायर भी किए गए। गोवंश से भरा ट्रक गांव परलीका में स्वामी होटल के पास कच्चे रास्ते में जा फंसा। पीछा कर रहे गोरक्षकों ने ट्रक में सवार यूपी निवासी ट्रक चालक नदीम व खलासी को पकड़ लिया। शोर-शराबा सुनकर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। उन्होंने चालक व खलासी से मारपीट शुरू कर दी। सूचना मिलने पर गोगामेड़ी पुलिस थाना के एएसआई मक्खनलाल व नोहर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ट्रक की जांच की तो उसमें दो गाय व 16 बैल, बछड़े भरे हुए थे। गोगामेड़ी पुलिस ने चालक व खलासी को लोगों के चंगुल से छुड़ाकर हिरासत में लिया।


उधर, गोरक्षकों में इस बात को लेकर आक्रोश था कि समय पर सूचना देने के बावजूद नोहर पुलिस देरी से पहुंची। गोगामेड़ी पुलिस ट्रक को कब्जे में लेकर थाना ले गई। गोगामेड़ी के प्रशिक्षु थानाधिकारी लखवीर सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि गोवंश को यूपी के बूचडख़ाने में काटने के लिए ले जाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि चालक व खलासी का मेडिकल करवाया गया है। वहीं शनिवार सुबह गोवंश को गोशाला में भेज दिया गया। ट्रक चालक व खलासी के खिलाफ 11 डीई पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बूचडख़ाने ले जा रहे गोवंश को मुक्त करवाने में नोहर गोरक्षा दल के अनिल पारीक, रावतसर के कृष्ण गेदर, संदीप वर्मा, विकास कुमार, पवन बिश्नोई, गोपाल तिवाड़ी, बलवीर बेनीवाल आदि गोरक्षकों का सहयोग रहा।