नोटबंदी के फैसले के पीछे थी यह सीक्रेट रिपोर्ट!

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 15 नवम्बर 2016, 08:18 AM (IST)

नई दिल्ली। पीएम मोदी के 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले के पीछे एक टॉप सीक्रेट स्टडी है। दरअसल देशभर में नकली नोटों के जाल को लेकर इंडियन स्टैटिस्टकल इंस्टिट्यूट सहित कई सिक्यॉरिटी एजेंसियों की तरफ से हुई टॉप सीक्रेट स्टडी है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी और मार्च में पीएम मोदी के सामने यह सीक्रेट स्टडी पेश की गई थी। यह स्टडी करने के निर्देश पीएम मोदी ने ही दिए थे। इस रिपोर्ट में बताया गया कि देश में 400 करोड रुपये के जाली नोट चल रहे थे।

साथ ही रिपोर्ट में इस बात का भी खुलाया हुआ कि यह पिछले चार साल में 2011-12 से 2014-15 के बीच एक ही स्तर पर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार बाजार में 500 के जाली नोट ज्यादा थे जबकि 1000 के जाली नोट 500 के जाली नोट की तुलना मेें कम थे। रिपोर्ट मेें यह भी बताया गया कि 100 के जाली नोट भी बाजार में चल रहे थे। हांलांकि इस रिपोर्ट में नोटबंदी का सुझाव नही दिया गया था।




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यह सीक्रेट रिपोर्ट नेशनल सिक्यॉरिटी एडवाइजऱ अजित डोवल को सौंपी गई। इस रिपोर्ट पर कुछ हफ्ते तक गहन चर्चा हुई। चर्चा के बाद यह महसूस किया गया कि इस मामले में बडे कदम उठाने की जरूरत नहीं है। बाद में आरबीआई ने नोटबंदी पर जोर दिया तो चर्चा व्यापक हो गई। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 10 लाख रुपये के नोट पर 250 रुपये के नकली नोट होने का अनुमान है।




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अनुमान है कि प्रतिवर्ष भारत में 70 करोड रुपये के जाली नोट घुसाने की कोशिश की जा रही है जिसमें से एक तिहाई ही पकड में आ पाते हैं। जाली नोटों में से 80 फीसदी नोट प्राइवेट सेक्टर बैंकों-एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक ने पकड़े हैं।

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