गुरूपर्व-पूर्णिमा-देव दीवाली पर चांद खिसका जमीं की ओर...

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 11 नवम्बर 2016, 8:55 PM (IST)

नई दिल्ली। Monday-14 नवंबर को,68 साल में पहली बार,चांद धरती के सबसे करीब है। चंद्रमा-पृथ्वी के बीच दूरी लगभग 28 हजार किलोमीटर कम होकर करीब 3 लाख 56 हजार 509 किमी है। इसलिए इसे सबसे बडा सुपरमून कहा जा रहा है।चांद का आकार सामान्य दिनों की तुलना में करीब 14 फीसदी बडा दिखाई देगा और यह 30 फीसदी अधिक चमकीला होगा।

पूर्णिमा पर हर महीने चंद्रमा का आकार बडा नजर आता है। लेकिन खगोल विज्ञान में साल में पृथ्वी के सबसे नजदीक रहने वाले चांद को सुपरमून कहा जाता है। खगोल विज्ञानियों के मुताबिक जब चंद्रमा 3 लाख 60 हजार किलोमीटर से कम दूरी पर रहता है तब सुपरमून कहलाता है। इस दौरान उसका आकार भी बडा दिखाई देता है,अधिक चमकीला दिखता है।

यह भी पढ़े :बैंकों में क्या है हाल, देखिए तस्वीरें

यह भी पढ़े :UP BJP अध्यक्ष की बेटी के पास 2000 की नोटो का बंडल कैसे पहुंचा, जानिए वायरल फोटो का सच

बता दें,इस साल छह सुपर मून दिखने हैं जिनमें दो अभी शेष हैं, जो14 नवंबर और 14 दिसंबर को दिखेंगे। ये भी बता दें,चांद की पृथ्वी से औसत दूरी 3.84 लाख किलोमीटर है। चांद 25 नवंबर 2034 को इसके बाद पृथ्वी से सबसे करीब होगा और 6 दिसंबर 2052 को 3 लाख 56 हजार 425 किमी रहकर पृथ्वी के सबसे करीब होगा।

यह भी पढ़े :बैंकों में क्या है हाल, देखिए तस्वीरें

यह भी पढ़े :ब्लैक मनी पर सर्जिकल स्ट्राइक से पहले मोदी सरकार ने उठाए ये 7 कड़े कदम