नोट बदलवाने देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी भी कतारों में

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 10 नवम्बर 2016, 5:32 PM (IST)

उदयपुर। केन्द्र सरकार की ओर देश में एक हजार और पांच सौ रूपये के नोट को बंद करने की घोषणा के बाद गुरुवार को भले ही बैंक के कर्मचारी बैंक लेट पहुंचे हो, लेकिन सैंकड़ों की संख्ता में पहुंची ग्राहकों की भीड़ पहले ही वहां खड़ी नजर आउ। पांच सौ एंव एक हजार के के पुराने नोटों को बदलने की शुरूआत गुरूवार से हो गई और नोटों को बदलने के लिए बैंकों के बाहर सुबह से ही लोगों की लंबी कतार रही। आम लोग नोटों को बदलने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, कैनेरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई, स्टेट बैंक ऑफ जयपुर सहित अन्य सभी बैंकों के बाहर लाइन लगाकर खड़े दिखे।
लेकसिटी में बैंक खुलने से पहले ही लोगों की भीड़ लग गई। लोगों की सहुलियत का ध्यान रखते हुए कई बैंकों में अलग से भी काउंटर की सुविधा दी गई है।

विदेशी भी लगे कतारों मेंं
बैंकों में नोट बदलवाने वालो को भीड़ में देशी ही नहीं बल्कि विदेशीं भी यहां नजर आये, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर से आये एक अलग ग्रुप भी एक बैंक में पहुचकर अपने नोटों को चेंज करवाया, हालांकि उनका कहना था कि वैसे तो वे क्रेडिट-डेबिट कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग से ज्यादा दिक्कते नहीं आई, लेकिन सफर बसों में और शहर में भ्रमण, ता टिकिट को लेकर छुट्टे पैसो की दिक्कतें आई। खास खबर से बात करते हुए कई सैलानियों ने मोदी सरकार के इस फैसले को विकसित देश के लिए एक बड़ा निर्णायक कदम बताया, हो सकता है कुछ दिन यह कदम सबको परेशान करने वाला लगे, लेकिन दूरदर्शी सोच का यह कदम आतंकवाद और काले धन को रोकने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। वहीं गुजरात और महाराष्ट्र से आये कई पर्यटकों ने भी बैंक से नोट एक्ससेंज करवाये।



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