पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को अपनी निश्चय यात्रा
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण के पश्चिमी चंपारण जिले से
शुरू की। नीतीश इस यात्रा के दौरान राज्य के सभी 38 जिलों का दौरा करेंगे
तथा विकास कायरें का जायजा लेंगे। बेतिया में चेतना सभा के दौरान
कुछ लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर हंगामा किया।
मुख्यमंत्री नरकटियागंज और नौतन के दौरे के बाद बेतिया के महाराजा स्टेडियम
में आयोजित चेतना सभा को संबोधित करने पहुंचे। सभा को मुख्यमंत्री संबोधित
कर ही रहे थे कि कुछ लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और मुख्यमंत्री के
खिलाफ नारे लगाने लगे।
हंगामा कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्के तौर पर बल
प्रयोग करना पडा। इस दौरान कम से कम पांच लोगों को हिरासत में लिया गया।
हंगामा कर रहे लोग अपने क्षेत्र की समस्या के समाधान की मांग कर रहे थे।
इसके पूर्व नीतीश कुमार ने बुधवार को पश्चिमी चंपारण जिले के नरकटियागंज से
अपनी यात्रा शुरू की। नीतीश ने नरकटियागंज के लोक शिकायत निवारण अधिनियम
कार्यालय का निरीक्षण किया तथा सुनवाई कक्ष में लोक शिकायत निवारण के
कायरें का जायजा लिया। इस दौरान नीतीश ने लोगों से मुलाकात कर उनकी
शिकायतें सुनीं।
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पटना से रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि इस
यात्रा के दौरान वह सात निpयों के तहत हो रहे विकस कायरें का जायजा लेंगे
और राज्य में शराबबंदी के प्रभावों को नजदीक से देखेंगे। उन्होंने कहा,सात
निश्चय के तहत दो निर्णय राज्य के युवाओं के भविष्य को संवारने के लिए हैं।
एक निश्चय महिलाओं के रोजगार के अवसर बढाने के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण देने
के
संबंध में है, बाकी प्रत्येक घर को लाभ मिलने से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री
ने कहा कि इन निश्चय में हर घर में बिजली भी है, जिसकी शुरूआत 15 नवंबर से
होगी। इसके लिए सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया गया है।
नीतीश की यह पहली यात्रा नहीं है। इसके पूर्व भी वह कई यात्राएं कर चुके
हैं। उन्होंने इसके पूर्व वर्ष 2005 में न्याय यात्रा तथा वर्ष 2009 में
विकास यात्रा, धन्यवाद यात्रा और प्रवास यात्रा की थी। इसके अलावा वह साल
2010 में विश्वास यात्रा, साल 2011 में सेवा यात्रा, साल 2012 में अधिकार
यात्रा और साल 2014 में संकल्प यात्रा भी कर चुके हैं।
विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री की इस यात्रा के विरोध करने की
घोषणा की है। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने बताया
कि मुख्यमंत्री की यह यात्रा जनता को बेवकूफ बनाने और पिछले एक साल में
सरकार की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए है।
(आईएएनएस)
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