हर्षोल्लास से मनाई गोपाष्टमी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 08 नवम्बर 2016, 5:27 PM (IST)

टोंक। गांधी गोशाला में मंगलवार को गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही गो भक्तों की गो माता की पूजा-अर्चना के लिए भीड़ लगी रही। गांंधी गोशाला समिति टोंक की ओर से आयोजित समारोह में जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन एवं संत तुलसीदास महाराज ने गो माता की पूजा-अर्चना की। उन्होंने गो माता का धार्मिक दृष्टि से महत्व के बारे में जानकारी दी।

जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने कहा कि गो माता की सेवा से बढक़र कोई सेवा नही हैं। गो माता का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है। गाय को पूजनीय माना गया है, साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी गाय का दूध या गो मूत्र भी गुणकारी माना गया है। उन्होंने गो संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि गोपालक गाय का पालन पोषण परिवार के सदस्य की तरह करें तभी गो की सच्ची सेवा होगी।
कार्यक्रम में सिंधी समाज के प्रमुख संत तुलसीदास महाराज, पुलिस जवाबदेह समिति टोंक के अध्यक्ष मनीष तोषनीवाल, दुर्गेश गुप्ता, राजेंद्र पराणा, बीएल नामा, मुरारीलाल सिंहल, अभयमल बम, गिर्राज खंडेलवाल आदि मौजूद थे।

बजरी लीज धारण का प्रतिनिधि रहा चर्चा का विषय




यह भी पढ़े :ज़िला महिला अस्पताल से ग़ायब होते हैं मरीज़, आप भी पढ़ें क्या है माजरा ?

यह भी पढ़े :RJ से छेड़खानी, कहा अब इलाहाबाद में काम नहीं करूंगी, DM ने रोका, SEE PIC

गांधी गोशाला समिति टोंक के तत्वावधान में आयोजित गोपाष्टमी समारोह में बनास नदी बजरी लीज धारक के प्रतिनिधि को आमंत्रित करना और मंच पर बिठाया जानाचर्चा का विषय बना रहा। इतना ही नहीं आयोजकों को भी गो भक्तों ने कोसा। उनका कहना था कि बनास नदी में नियमों के खिलाफ हो रहे बजरी दोहन के कारण टोंक में पेयजल संकट के हालात पैदा हो गए हैं, वहीं खरबूजों सहित पेटाकाश्त समाप्त हो रही है। बनास नदी में पेटाकाश्त करके गोपालन को बढ़ावा दे रहे गोपालकों के समक्ष अब गोपालन का संकट पैदा हो रहा हैं। गो भक्त बिगड़ते पर्यावरण एवं टोंक में व्याप्त पेयजल संकट के लिए बजरी लीज धारक पर दोषारोपण से भी नहीं चूके।

यह भी पढ़े :मरने से पहले बेटी ने सुनाया ससुराल में खुद को जिंदा जलाने का सच...

यह भी पढ़े :जब ISIS आतंकियों के साथ कमरे में फंस गईं सात लड़कियां...