मसूद अजहर पर प्रतिबंध में देरी पर UNSC को भारत की खरी- खरी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 08 नवम्बर 2016, 1:07 PM (IST)

संयुक्त राष्ट्र। भारत ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद को आतंकी संगठनों के नेताओं पर प्रतिबंध ना लगाने पर लताड लगाई है। गौरतलब है कि भारत ने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की लेकिन भारत की यह कोशिश तकनीकी आधार पर खटाई में चली गई। अब संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई सदस्य सैयद अकबरुद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि सुरक्षा परिषद अपने ही समय के जाल और सियासत में फंस गई है। दरअसल सोमवार को अकबरुद्दीन सुरक्षा परिषद के समतामूलक प्रतिनिधित्व और सदस्यता में वृद्धि पर आयोजित एक सत्र को संबोधित कर रहे थे। सत्र को संबोधित करते हुए उन्होनें कहा कि आतंकवादी रोजाना हमारी सामूहिक अंतरात्मा आहत करते हैं और सुरक्षा परिषद ने इस पर विचार करने में 9 माह लगा दिए कि आतंकी संगठनों के नेताओं पर प्रतिबंध लगाया जाए या नहीं। साथ ही अकबरुद्दीन ने सुरक्षा परिषद को कहा कि इस वर्ष मानवीय स्थितियों, आतंकवादी खतरों और शांतिरक्षण की समस्याओं के प्रति कदम उठाने में अक्षमता अहम मामलों में प्रगति करने में विश्व समुदाय की कमी की कीमत का हिस्सा हैं जिसे चुकाया जा रहा है।




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अकबरुद्दीन ने सीरिया अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और दक्षिण सूडान शांतिरक्षण संकट का उदाहरण देते हुए कहा कि समय और सियासत के अपने ही जाल में उलझी सुरक्षा परिषद तदर्थवाद और राजनीतिक पंगुता के आधार पर जैसे-तैसे काम कर रही है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि मौजूदा संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष पीटर थॉमसन के कार्यकाल में सुधार को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया होगी।




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गौरतलब है कि चीन ने मसूद अजहर को आतंकी ठहराने के भारत के प्रयास पर तकनीकी स्थगन लगा दिया था। इस तकनीकी स्थगन की मुद्दत सितंबर माह में खत्म हो गई। इस पर चीन ने तीन माह का तकनीकी स्थगन और मांगा था।

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