महिलाओं के लिए और सुविधाजनक होंगी जयपुर की लो-फ्लोर

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 08 नवम्बर 2016, 10:16 AM (IST)

जयपुर। शहर का सिटी ट्रांसपोर्ट महिला यात्रियों के लिए सिटिंग अरेंजमेंट में बदलाव की तैयारी कर रहा है। ये बदलाव दिल्ली की लो-फ्लोर बसों की तर्ज पर होगा। महिला यात्रियों को लो-फ्लोर बसों में सफर के दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो इसे ध्यान में रखकर व्यवस्थाओं में सुधार पर फोकस किया जा रहा है। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट की रीढ़ लो-फ्लोर बसों में महिलाओं के लिए अलग से सेक्शन बनेगा। इसमें एक साथ ही महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी, ताकि वे बिना किसी परेशानी के सफर कर सकें। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड (जेसीटीएसएल) की नवनियुक्त प्रबंध निदेशक आकांक्षा चौधरी का कहना है कि इस बात को सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि जो सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, उन पर महिला यात्री ही बैठें। इससे भीड़ के समय महिलाओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। बसों में सफर के दौरान महिलाओं से छेड़छाड़ या अभद्रता नहीं हो इस पर विशेषतौर पर फोकस किया जाएगा। जेसीटीएसएल प्रबंधन व्यवस्थाओं में बदलाव और सुधार कर लो-फ्लोर बसों में महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करेगा।

कंडक्टर-ड्राइवर करेंगे सम्मानजनक व्यवहार


यह भी पढ़े :जब ISIS आतंकियों के साथ कमरे में फंस गईं सात लड़कियां...

यह भी पढ़े :मरने से पहले बेटी ने सुनाया ससुराल में खुद को जिंदा जलाने का सच...

चौधरी बताती हैं कि लो-फ्लोर बसों में सफर करने वाली कुछ महिला यात्रियों ने चालक-परिचालक के व्यवहार को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। इसे देखते हुए ड्राइवर-कंडक्टर को इस बात के लिए पाबंद किया जाएगा कि वे यात्रियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें, खासतौर से महिला यात्रियों के साथ। कंडक्टर को महिला यात्रियों के लिए सीटों पर उन्हें ही बैठने में मदद करने के लिए भी कहा जाएगा। जिन चालक-परिचालकों के खिलाफ अभद्रता की शिकायत मिलेगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एप से होगा इंटीग्रेशन



यह भी पढ़े :मरने से पहले बेटी ने सुनाया ससुराल में खुद को जिंदा जलाने का सच...

यह भी पढ़े :ज़िला महिला अस्पताल से ग़ायब होते हैं मरीज़, आप भी पढ़ें क्या है माजरा ?

एमडी का कहना है कि लोगों को शिकायत रहती है कि लो-फ्लोर बस तय मानकों से ज्यादा से प्रदूषण फैला रही है। जिन बसों की हालतखस्ता है, उनकी मेंटिनेंस कराई जाएगी। यदि इसके बाद भी जो बसें प्रदूषण के मानकों पर खरा नहीं उतरेंगी, उन्हें सडक़ से हटा लिया जाएगा। स्मार्ट सिटी जयपुर के हिसाब से लो-फ्लोर बसों को स्मार्ट बनाया जाएगा। मोबाइल तकनीक का उपयोग कर यात्रियों को बेहतर सेवाएं मुहैया करवाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

यह भी पढ़े :मरने से पहले बेटी ने सुनाया ससुराल में खुद को जिंदा जलाने का सच...

यह भी पढ़े :जब ISIS आतंकियों के साथ कमरे में फंस गईं सात लड़कियां...