पूर्व सैनिक की अंत्येष्टि में राहुल, केजरी पहुंचे

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 03 नवम्बर 2016, 11:14 AM (IST)

नई दिल्ली/भविानी। दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग लेकर खुदकुशी करने वाले पूर्व फौजी रामकिशन ग्रेवाल का गुरुवार को भिवानी स्थित उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत नेताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता कमलनाथ और कुमारी शैलजा भी शामिल हुए। वहीं सुबह कांग्रेस पार्टी के भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा भी पूर्व सैनिक के परिजनों से मिले थे और वे भी पूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उनके साथ दिल्ली कैंट के विधायक कमांडो सुरेंद्र सिंह भी थे। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने खुदकुशी करने वाले पूर्व सैनिक के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर देने की घोषणा की। इसके अलावा एक परिजन को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया। हरियाणा सरकार ने भी पूर्व सैनिक के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। आज सुबह तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन भी रामकिशन के गांव पहुंचे थे।



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इससे पहले, पोस्टमार्टम के बाद पूर्व फौजी का शव बुधवार देर रात उनके पैतृक गांव बामला लाया गया। बुधवार को चले नाटकीय और सियासी ड्रामा के तहत पुलिस ने राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को हिरासत में ले लिया था। उनके साथ मृतक पूर्व सैनिक के बेटों को भी पुलिस ने चार घंटे से अधिक समय तक थाने में बैठाए रखा था। पुलिस की इस कार्रवाई की सभी तरह से काफी आलोचना हुई थी। पूर्व सैनिक के परिजनों को सांत्वना देने और अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए नेताओं का आज सुबह से ही तांता लग गया था।
उधर, देर रात दिल्ली पुलिस की हिरासत से रिहा हुए अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि वन रैंक वन पर पीएम मोदी ने झूठ बोला है और उन्हें सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी के फर्जी राष्ट्रवाद की पोल खुल गई। इस बीच, कांग्रेस आज दोपहर तीन बजे जंतर मंतर से अमर जवान ज्योति तक कैंडल मार्च निकालेगी।
राहुल को दो बार लिया हिरासत में

बुधवार को राहुल गांधी को दो बार हिरासत में लिया गया और आखिरकार देर शाम जब पुलिस ने राहुल गांधी को छोड़ा, तो उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने ओआरओपी पर सैनिकों से वादा पूरा नहीं किया। राहुल ने कहा कि शहीद के परिवार वाले उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन केंद्र सरकार के इशारे पर उन्हें मिलने नहीं दिया गया। कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी को हिरासत में लेने को इमरजेंसी जैसे हालात करार दिया। राहुल गांधी ने कहा कि वे बस सरकार से पूछना चाह रहे थे कि शहीद के परिवारवालों को क्यों हिरासत में लिया गया है?
जहर खाकर की थी खुदकुशी
गौरतलब है कि बुधवार सुबह राजधानी दिल्ली में वन रैंक-वन पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। रामकिशन हरियाणा के रहने वाले थे। पुलिस के मुताबिक, वह वन रैंक-वन पेंशन मुद्दे पर सरकार के फैसले से असहमत थे, जिसकी वजह से वह अपने कुछ साथियों के साथ सोमवार से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। रामकिशन ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। रामकिशन ग्रेवाल ने नोट में लिखा था, ‘मैं अपने देश, मातृभूमि और जवानों के लिए अपने प्राण न्योछावर कर रहा हूं।’ वहीं रामकिशन के छोटे बेटे ने बताया कि उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना उसे फोन पर दी थी।
परिजनों की मानें तो मंगलवार दोपहर रामकिशन अपने साथियों के साथ अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही रामकिशन ने जहर खा लिया। आनन-फानन में रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बेटे का आरोप- पुलिस ने मारा
पूर्व फौजी रामकिशन ग्रेवाल के बेटे जसवंत ने आरोप लगाया कि जब वे राहुल गांधी से मिलकर अपनी समस्याएं रखने जा रहे थे, तो पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उसके और उसके परिवार को प्रताडि़त किया गया।

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