जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा, नहीं हुआ कोई विकाश कार्य

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 19 अक्टूबर 2016, 7:08 PM (IST)

करौली। जिले के उपखंड के कई पंचायत परिक्षेत्र वर्तमान में भी मुलभुत सुविधाओ से वंचित है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का सपना स्वच्छ भारत अभियान पंचायत क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से अधुरा पडा हुआ है । घर घर शौचालय निर्माण की योजना केवल कागजों में ही सिमट कर रह गई है । समीपवर्ती करसौली ग्राम पंचायत की स्थिति बेहद खराब बनी हुई है, न आवागमन के लिए पक्की सडके है और न स्वच्छता दिखाई दे रही है। दस गांवों की इस बड़ी पंचायत क्षेत्र में तमाम जन सुविधाए नही है। राजस्थान पंचायत राज चुनाव को ढाई वर्ष गुजर चुके है लेकिन गांव करसौली में कही कोई विकास कार्य नहीं करवाए गए है। मुख्य रास्ते पर भरा हुआ पानी और गंदगी फैल रही है। ग्रामीणों की माने तो गांव में पर्याप्त चिकित्सा सुविधा के अभाव में इलाज के लिए उपखंड हिंडौन की और जाने की मजबूरी बनी हुई है। स्थानीय निवासी जमनालाल का कहना है की गंव में अधिकतर घरों में चर्म रोग की बीमारी संक्रमित होकर फैल रही है ,लेकिन पंचायत के जनप्रितिनिधि ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया। मुनीम ने बताया की मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है , घर घर में वायरल से पीडि़त मरीज है लेकिन जनप्रतिनिधि इस और ध्यान नहीं दे रहे है गौरतलब है की खुले में शौच जाने से होने बाली बीमारियों के प्रति राज्य व केंद्र सरकार व्यापक प्रचार प्रसार कर रही है लेकिन गांवों में आज भी घरों में शौचालय निर्माण नहीं होने के कारण खुले में शौच जाने को विवश है । ग्रामीणों का कहना है की शौचालय निर्माण को लेकर परिवार मुखिया द्वारा आवेदन करने के बाबजूद अधिकारी व जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे है।