अंबाला। काफी लंबे समय से अंबाला जिले को कमिश्नरी से अलग करने की मंत्री अनिल विज की मांग मान ली गई है। गत दिवस आयोजित हुई
कैबिनेट मीटिंग में मान ली गई । अब अंबाला को कमिश्नरी से अलग कर सिर्फ
पंचकूला को ही इस में रखा गया है ।इससे यह हरियाणा की सबसे छोटी पुलिस कमिश्नरी बन कर रह गई है।
आखिर इस कैबिनेट की मीटिंग में विज द्वारा अंबाला को कमिश्नरी से अलग करने का प्रयास सफल हो गया है । विज एक लंबे समय से यह मांग उठाते हुए कहते हैं कि अंबाला जिला शहरी क्षेत्र ना होकर ग्रामीण क्षेत्रीय जिला है इसको कमिश्नरी की किसी भी प्रकार की जरूरत नहीं है यह कमिश्नरी अंबाला को फायदा ना पहुंचा कर सिर्फ अफसरों को ही फायदा पहुंचा रही है । इस से किसी भी प्रकार से कानून व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है ।
इसलिए बनी थी कमिश्नरी
हुड्डा सरकार में अंबाला पंचकूला को कमिश्नरी का दर्जा दिया गया था ऐसा करके सरकार का मकसद अपराध पर नकेल कसना था इन दो जिलों के कमिश्नरी में आने से तीन डीसीपी मिल गए थे। एक्ट के हिसाब से पुलिस कमिश्नर का क्षेत्राधिकार केवल एक शहर होना चाहिए, लेकिन हरियाणा में अंबाला पंचकूला फरीदाबाद समेत कई पुलिस कमिश्नरी में ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल है जबकि ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस कमिश्नरी नहीं हो सकती ।