चीनी माल का बॉयकॉट,बिक्री30-35%घटी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016, 12:00 PM (IST)

नई दिल्ली। चीनी सामानों के बॉयकॉट की मुहिम से दिवाली सेल्स पर हो रहे असर को देख आयातकों ने क्रिसमस और नववर्ष के ऑर्डर्स फिलहाल रोक दिए हैं। कइयों ने इस साल माल कम मंगाने का फैसला किया है। दूसरी ओर, चाइनीज कच्चे माल की असेंबलिंग पर निर्भर हजारों इकाइयों की चिंता बढ़ गई है कि अगर सरकार ने ऐसे आयात को हतोत्साहित करना शुरू किया तो उनका बिजनस पूरी तरह ठप हो जाएगा।
दिल्ली इलेक्ट्रिकल्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य और भगीरथ पैलेस में चाइनीज लडिय़ों के आयातक पीसी भाटिया ने बताया, ‘अभी तक बिक्री 30-35 प्रतिशत कम हुई है। दिवाली की थोक बिक्री 10 दिन पहले तक खत्म हो जाती है, लेकिन अभी आधे से ज्यादा माल पड़ा है। हमने तो क्रिसमस और नववर्ष का चाइनीज इंपोर्ट टाल दिया है। बाकी व्यापारी भी कम-से-कम ऑर्डर देना चाहते हैं।’

क्रिसमस कार्ड, गिफ्ट और डेकोरेटिव मटीरियल के ट्रेडर्स का कहना है कि उन्होंने अभी तक चाइनीज ऑर्डर नहीं दिया और दिवाली बाद हालात का जायजा लेने के बाद ही कोई कदम उठाएंगे। हालांकि, तब तक काफी देर हो जाएगी। पिछले साल इसी तरह की मुहिम के बावजूद सेल्स पर कोई खास असर नहीं पड़ा था। ऐसे में ज्यादातर ट्रेडर्स ने दो-तीन महीने पहले ही चाइना से माल मंगा लिया था।
उधर, इस मुहिम ने उन छोटे निर्माताओं की टेंशन बढ़ा दी है, जिनका पूरा कारोबार चाइनीज कच्चे माल की असेंबलिंग पर टिका है। उन्हें डर है कि इस तरह की बंदिश से उनका बिजनस खत्म हो जाएगा। फेडरेशन ऑफ इंडियन एमएसएमई के सेक्रटरी जनरल अनिल भारद्वाज ने कहा कि चाइना से होने वाले कुल इंपोर्ट में फेस्टिव सामान की हिस्सेदारी बहुत ज्यादा नहीं है। उन्होंने कहा कि चिंता तब ज्यादा होगी, जब प्लांट-मशीनरी और कल-पुर्जों के आयात में बाधा आएगी। उन्होंने कहा कि अगर हम चाइनीज उत्पादों से प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं तो देसी यूनिटों को सस्ती मशीनरी और रॉ मटीरियल हासिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देसी इकाइयों के लिए चाइनीज स्पेस को भरने में समय लगेगा और सरकार को उन्हें बेहतर इकोसिस्टम मुहैया कराना होगा।

वहीं, ट्रेड संगठन कैट ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह चाइनीज उत्पादों के आयात को लेकर स्थिति स्पष्ट करे ताकि आने वाले त्योहारों के लिए चीन से व्यापार करने वाले कारोबारी अपना रुख तय कर सकें। कैट महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि त्योहारों के अलावा चीन से बड़े पैमाने पर खिलौने, फर्नीचर, बिल्डिंग हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स, फर्नीशिंग फैब्रिक्स, किचन अप्लायंसेज, गिफ्ट आइटमों का आयात होता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इसे लेकर कोई पॉलिसी या गाइडलाइंस बनाए तो ट्रेडर खुद को आगे के लिए तैयार कर पाएंगे। उन्होंने माना, इस साल अधिकांश ट्रेडर चाइनीज माल मंगाकर फंस चुके हैं और भारी नुकसान का सामना कर रहे हैं।