कांग्रेस के PK का तोड SP के स्टीव जार्डिंग

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016, 11:48 AM (IST)

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी को दोबारा सत्ता में लाने के लिए मशहूर राजनीतिक रणनीतिकार स्टीव जार्डिंग को हायर किया है। जार्डिंग हावर्ड यूनिवर्सिटी में पब्लिक पॉलिसी के प्रोफेसर हैं। वह हिलेरी क्लिंटन का भी चुनाव प्रचार मैनेज कर रहे हैं। उनके पहले के कार्यों को देखते हुए अखिलेश सरकार ने उन्हें अपनी चुनावी रणनीति तैयार करने का काम दिया है।
स्टीव जार्डिंग को अखिलेश सरकार के कार्यों को मोदी सरकार से अलग करके जनता को समझाने का काम करना है। कौन काम मोदी सरकार ने करवाए और कौन अखिलेश ने, इसे वह जनता के सामने स्पष्ट करवाने का काम करेंगे। लेकिन इस समय सपा में जिस तरह की अंदरूनी खींचतान चल रही है, उसमें क्या वह सफल हो पाएंगे? जानकारों का कहना है कि जार्डिंग कोशिश तो पूरी करेंगे, लेकिन रास्ता आसान नहीं होगा, क्योंकि पार्टी घर का कलह नहीं निपटा पा रही है।
कांग्रेस ने मोदी और नीतीश कुमार के राजनीतिक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर को हायर किया है। दोनों की प्रतिष्ठा इस समय दांव पर लगी हुई है।

सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोसायटी एंड पॉलिटिक्स, कानपुर के निदेशक प्रो. एके वर्मा कहते हैं कि पार्टियों में प्रोफेशनल हायर करने का चलन बढ़ रहा है, क्योंकि अब वोटिंग बिहेवियर बदल रहा है। युवा वोटर विकास चाहता है, अपनी जिंदगी में बदलाव चाहता है। जार्डिंग अखिलेश की क्लीन और डेवलपमेंट की इमेज को लेकर गांवों में जा रहे हैं। वोटर काम को पहचानता है, सिर्फ उसे समझाने की जरूरत है। यही काम जार्डिंग सपा के लिए कर रहे हैं।
हालांकि, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर अब्दुल रहीम कहते हैं कि प्रोफेशनल्स पार्टी को राय तो अच्छी देंगे ही, लेकिन जमीनी स्तर पर काम तो पार्टी कार्यकर्ताओं को ही करना होगा। इस समय कांग्रेस का कार्यकर्ता सुस्ती में है और सपा में बड़े बिखराव की हालात है, तो यह मान लेना चाहिए कि दोनों पार्टियों के प्रोफेशनल्स की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।

वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा कहते हैं कि हमें किसी प्रोफेशनल की जरूरत नहीं है। हमारे तो कार्यकर्ता ही काफी हैं। वह चुनाव जिताने के लिए सक्षम हैं। जिसके पास अपनी रणनीति की कमी है वह ले आए प्रोफेशनल्स को। इसका सपा को फायदा होगा या नहीं यह तो उसके नेता ही जानें।
सपा के प्रदेश प्रवक्ता दीपक मिश्र कहते हैं कि जाहिर सी बात है कि पार्टी ने उन्हें इसीलिए बुलाया है ताकि चुनाव में फायदा मिले। राम मनोहर लोहिया चुनाव लड़ते थे तो उनके समर्थन में कई देशों के समाजवादी आते थे।