इंदिरा गांधी ने मांगी थी जयगुरूदेव से माफी, बड़े नेता लेते थे आर्शीवाद

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 16 अक्टूबर 2016, 8:16 PM (IST)

बाबा जयगुरूदेव ऐसे संत थे, जिनके सामने पूर्व प्रधानमंत्री एवं दिग्गज नेता सिर झुकाते थे। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, सीएम अखिलेश यादव, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आणवाणी शामिल हैं। बाबा जयगुरूदेव द्वारा आपातकाल का विरोध करने पर इंदिरा गांधी ने उन्हें जेल भेजवा दिया था।

बाबा ने किया था आपातकाल का विरोध
बाबा जयगुरूदेव के उत्तराधिकारी पंकज जी महाराज ने बताया कि जब बाबा जी ने शरीर का त्याग नहीं किया था, उस समय तमाम नेता उनके पास आते थे। उनसे आर्शीवाद लेते थे। बाबा जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आपातकाल का विरोध किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें 29 जून 1975 को उन्हें जेल में डाल दिया। उस समय देश का माहौल गर्मा गया था। बाबा जी के भक्त खासा गुस्से में थे।

बाबा जयगुरूदेव को तिहाड़ जेल से 23 मार्च 1977 को रिहा किया गया। बाबा इसके बाद अपने मथुरा आश्रम में आए। आज भी उनके भक्त हर साल के मार्च महीने की 23 तारीख को मुक्ति दिवस मनाते हैं। बाबा जी की रिहाई के कुछ दिन बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उनके आश्रम में पहुंची। उन्होंने बाबा जी से मांफी मांगी थी।

कौंन हैं बाबा जयगुरूदेव
परमसंत बाबा जयगुरूदेव को ही बाबा जयगुरूदेव जी महाराज भी कहा जाता है। इनके भक्त बाबा का नाम नहीं लेते। उन्हें बाबा जयगुरूदेव के नाम से ही पुकारते हैं। उनका जन्म यूपी के इटावा जिले के खितौना गांव में हुआ था। उनके बचपन में ही माता.पिता का देहांत हो गया था। 18 मई 2012 में उनका स्वर्गवाश हुआ था।

माता-पिता की मृत्यु के बाद 7 साल की उम्र में ही उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था। वे इश्वर की खोज में मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघर गए। उनके खोज का अंत उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में चिरौली गाँव के संत घुरेलाल शर्मा कै मिलने पर हुआ। इनके गुरु पंडित घूरेलाल जी महाराज जोकि अलीगढ़ के चिरौली गांव के ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे। जयगुरुदेव ने धर्म और आस्था की नगरी वाराणसी में 1952 से प्रवचन देना शुरु किया था।

बता दें कि बाबा जयगुरूदेव को लोग परम संत के नाम से भी पुकारते हैं। उन्होंने 1952 से आध्यात्म का प्रचार प्रसार शुरू किया था। उनका नारा थाए जयगुरूदेव नाम प्रभु काए बाबा जी का कहना है, शाकाहारी रहना है। बाबाजी सबको जगा रहे हैं, शाकाहारी बना रहे हैं। जयगुरूदेव, क्या खाने से हुए खराब, अंडा, मछली मांस खराब। क्या खाने से होगी भलाई, दूध सब्जी साग मलाई।