आज भी इनकी खूबसूरती के कायल हैं लोग

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 01 सितम्बर 2017, 10:49 AM (IST)

मुंबई। दर्शकों के दिलों पर दशकों से राज कर रहीं ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी का रविवार को जन्मदिन था। हेमा आज भी राजनीति के साथ-साथ अभिनय में सक्रिय हैं। उन्होंने अपनी खूबसूरती,अभिनय,रोमांस और चुलबुले मिजाज से हिंदी सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। हां जब तक है जान,धीरे-धीरे बोल कोई सुन न ले,जिंदगी एक सफर है सुहाना,तेरे चेहरे में वो जादू है, तूने ओ रंगीले जैसे सदाबहार गीत सुनते ही हेमा मालिनी का चेहरा सामने आ जाता है। दक्षिण भारत से आकर बॉलीवुड में जल्द ही पैर जमा लेने वाली हेमा का फिल्मी करियर बुलंदियों से भरा रहा है।
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उनका जन्म 16 अक्टूबर,1948 को तमिलनाडु में हुआ था। उनकी मां का नाम जया चक्रवर्ती और पिता का नाम वीएसआर चक्रवर्ती था। हेमा के जन्म से पहले उनकी मां इतनी निश्चिंत थीं कि उन्होंने पहले ही अपने होने वाली बेटी का नाम हेमा सोच लिया था। मां अपनी बिटिया को अच्छी नर्तकी बनना चाहती थीं। हेमा ने मां का यह सपना पूरा कर दिखाया। वह पढ़ाई में भी काफी होशियार थीं। इतिहास उनका पसंदीदा विषय रहा है। हेमा की उम्र मात्र चौदह साल थी, लेकिन हेमा के दरवाजे पर फिल्म निर्माता तभी से दस्तक देने लगे थे।

साल 1981 में वह अभिनेता धर्मेंद्र संग शादी के बंधन में बंध गईं। शोले फिल्म से मशहूर हुए धर्मेंद्र और हेमा की आयशा देओल और आहना देओल नाम की दो बेटियां हैं। मां और बेटियां कई चैरिटेबल कार्यक्रम भी प्रस्तुत करती हैं। हेमा से शादी से पहले धर्मेद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से चार बच्चे हैं। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी नाना-नानी भी बन चुके हैं। उनकी छोटी बेटी अहाना देओल ने हाल ही में एक बेटे को जन्म दिया था। अपने करियर के आरंभ में ही हेमा ने धर्मेंद्र के साथ तुम हसीं मैं जवां (1969),शराफत (1969),नया जमाना (1971) जैसी कुछ फिल्में कीं। ये फिल्में भले ही बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा नहीं चली, लेकिन दोनों का रोमांस पर्दे पर और पर्दे के बाहर बखूबी चला।

हिंदी फिल्मों में हेमा मालिनी को पहला अवसर सपनों का सौदागर (1968) में मिला। हेमा के हीरो शोमैन राज कपूर थे, जो उम्र के मामले में हेमा से बहुत बड़े थे। राज कपूर ने उस दौरान कहा था कि हेमा एक दिन सिनेमा की बहुत बड़ी स्टार बनेगी और हेमा ने उनकी भविष्यवाणी को सच कर दिखाया। 1970 में रिलीज हुई जॉनी मेरा नाम से हेमा मालिनी को गंभीरता से लिया जाने लगा। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। साल 1972 की फिल्म सीता और गीता में उन्होंने दो भूमिकाएं निभाई इस फिल्म की शानदार कामयाबी ने हेमा को बड़ी नायिका बना दिया। उन्हें ड्रीम गर्ल के नाम से पुकारा जाने लगा। इसी नाम की एक फिल्म हेमा की मां ने बनाई थी। हेमा मालिनी के सौंदर्य का जादू कई फिल्म अभिनेताओं पर भी चला। जीतेंद्र से लेकर संजीव कुमार जैसे अभिनेता उनसे शादी करना चाहते थे।

उल्लेखनीय है कि साल 2004 में हेमा मालिनी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं और उन्होंने राजनीतिक सफर शुरू किया। वह भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सदस्य भी चुनी गई थीं। वर्तमान में वह मथुरा (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा की सांसद हैं।

वह भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और ओडिसी में उन्होंने विधिवत प्रशिक्षण लिया है और देश-विदेश में कई स्टेज शो पेश किए हैं। फिल्मफेअर अवॉर्डस की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री श्रेणी में हेमा मालिनी का नाम 11 बार नामांकित हुआ है, लेकिन उन्हें केवल एक बार सीता और गीता के लिए ही यह पुरस्कार मिला है।

हेमा अपनी सुंदरता बनाए रखने के लिए प्रतिदिन योग तथा व्यायाम करती हैं. सप्ताह में दो बार उपवास उनकी नियमित जिंदगी का अंग है। फिल्म बागबान में उनकी ताजगी देखकर अमिताभ बच्चन ने कहा,आज भी आप अपनी बेटियों से अधिक जवान लगती हैं।