नई दिल्ली। पाकिस्तान में पीएम नवाज शरीफ अपने सियासी अस्तित्व के लिए लडते
नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को कश्मीर मुददे पर भारत को एक बार
फिर उकसाते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि भारत अगर कश्मीरी लोगों के आजादी के
संघर्ष की आतंकवाद से बराबरी करता है तो वह गलती पर है।
शरीफ ने अपनी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की कार्यकारिणी की एक बैठक के
दौरान कहा, भारत अगर स्वतंत्रता की लडाई को आतंकवाद के बराबर मानता है तो
यह उसकी गलती है। शरीफ ने कहा कि कश्मीरी आत्मनिर्णय के अपने अधिकार के लिए
लड रहे हैं और पाकिस्तान उन्हें समर्थन देता रखेगा।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान कश्मीर के लिए प्रतिबद्ध है। दुनिया में कोई भी
ताकत हमें कश्मीरियों की आजादी की लडाई का समर्थन करने से नहीं रोक सकती।
शरीफ की यह टिप्पणियां 18 सितंबर को उडी आतंकी हमले के बाद भारत और
पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव की पष्ठभूमि में आई है। उडी हमले के बाद
भारत ने नियंत्रण रेखा के पाक अधिकत क्षेत्र में स्थित आतंकी ठिकानों पर
लक्षित हमले किए थे।
शरीफ ने भारत के साथ तनाव पर चर्चा करने के लिए पिछले हफ्ते कैबिनेट बैठक
की अध्यक्षता की थी, संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था और राष्ट्रीय
सुरक्षा समिति की बैठक में शिरकत की थी। आज की यह बैठक उनकी पार्टी में इस
बात को लेकर चल रहे विचार विमर्श के बीच आयोजित की गई कि इमरान खान की 30
अक्तूबर को राजधानी इस्लामाबाद को बंद करने की धमकी से किस तरह से निपटा
जाए।
इमरान खान ने शरीफ परिवार द्वारा कथित भ्रष्टाचार को लेकर यह धमकी दी है। शरीफ ने
खान को चेताया है कि सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान हदें पार नहीं
करें। उन्होंने कहा, लोकतंत्र में लोग प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन किसी को
भी हदें लांघने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि कुछ लोग
प्रदर्शन की राजनीति के जरिए देश को पंगु बनाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें
कामयाबी नहीं मिलेगी।
शरीफ ने यह भी कहा कि प्रभावी नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है
क्योंकि सरकार आतंकवाद और उर्जा की कमी सहित सभी चुनौतियों का सामना करने
के लिए प्रयास कर रही है।