रोहतक। गौरक्षा
आंदोलन के अध्यक्ष संत गोपाल दास ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा सरकार
जेनेटिकल मोडफाइड के तौर पर काम कर रही है, जैसे आजकल जीएम फूड से फसलेें
और नस्लें बर्बाद हो रही है, उसी तरह से सरकार भी कत्लखानों के चंदे से लडे
चुनाव के बाद गाय की रक्षा करना भूल गई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी
देते हुए कहा कि यदि इस शीत सत्र में सरकार ने गौ हत्या निरोधक कानून को
लाकर पास नहीं किया तो 7 नवंबर को गोपाष्टमी के दिन गायों को बचाने के लिए
आंदोलन की शुरूआत की जाएगी। संत गोपालदास ने राजानीतिक विकल्प के तौर पर
ग्रोग्राम स्वराज पार्टी बनाने की भी बात कही है।
संत गोपालदास
सोमवार को अपने आंदोलन की आगामी रणनीति की घोषणा करने के लिए रोहतक पहुंचे।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल से गाय और गरीब
की जीवनरेखा के लिए दी गई करीब तीन करोड 32 लाख एकड चारागाह जमीन पर सरकार
दबंगई दिखा रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अपनी चुनाव घोषणा पत्र
को पूरा नहीं कर पाई है। इसलिए राजनीतिक विकल्प के तौर पर ग्रोग्राम
स्वराज पार्टी बनाने का फैसला लिया है। सरकार अपनी प्रमाणिकता को पूरा नहीं
कर पाई हैै। उन्होंने मनोहर लाल खटटर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि
सरकार ने 1600 करोड रूपए पशु आपदा के डकार लिए। चारा भूमि और चारा भी खा
लिया है।
खुद को जेल में डाले जाने पर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए संत
गोपालदास ने कहा कि इससे यह साबित हो गया है कि जो भी गाय के लिए आवाज
उठाएगा उसे सरकार जेल में डाल देगी।
राजनीतिक पार्टी बनाकर चुनाव लडे
जाने के सवाल पर संत गोपालदास ने कहा कि उन्होंने राजनीति नहीं करनी है और
ना ही उन्हें चुनाव लडना। इस पार्टी बनाने का मकसद इस गोहत्यारी सरकार को
सबक सिखाना है जो पिंक रिव्यूलेशन यानि गुलाबी क्रांति को बंद करने का वादा
किया था। इसलिए राजनीतिक विकल्प के तौर पर ग्रो ग्राम स्वराज पार्टी बनाई
जाएगी। यह पार्टी राइट टू रिकाॅल के साथ आएगी, ताकि एक भी मतदाता अपने को
जवाब तलबी कर सके और उसे काम ना करने पर वापस बुला सके