बीजिंग। चीन में हर साल लगभग 5,00,000 लाख बुजुर्ग लापता हो जाते हैं। इन बुजुर्गों में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों के होते हैं, जहां युवा पीढ़ी काम के सिलसिले में अपने कस्बे को छोडक़र किसी बड़े शहर की ओर रुख कर लेती है और घर में बुजुर्गों की पर्याप्त देखभाल नहीं हो पाती है। झोंगमिन सोशल असिस्टेंट इंस्टीट्यूट और शीर्ष समाचार मंच तौटियाओ द्वारा संयुक्त रूप से रविवार को जारी सर्वेक्षण के अनुसार, औसतन 76 वर्ष की उम्र वाले 1,370 वरिष्ठ नागरिक हर दिन लापता होते हैं, जिनमें महिलाओं का आंकड़ा 58 प्रतिशत है।
सर्वेक्षण के अनुसार, इनमें अधिकांश बुजुर्ग मानसिक बीमारी से ग्रस्त रहे,
जिनमें 72 प्रतिशत स्मृति लोप और 25 प्रतिशत डिमेंशिया से पीडि़त थे।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि कई मामले गरीबी और अपर्याप्त देखभाल से
संबंधित रहे, जहां परिवार के सदस्यों ने अच्छी मजदूरी की तलाश में बड़े
शहरों की ओर पलायन कर लिया था।
सर्वेक्षण में लापता लोगों को खोजने
और उनकी जानकारी रखने के लिए एक राष्ट्रीय नेटवर्क की स्थापना का आग्रह
किया गया है और सिफारिश की गई है कि सहायता केंद्रों को लापता व्यक्तियों
को ढूंढऩे के लिए विशेषज्ञ कर्मियों का प्रबंधन करना चाहिए।
(आईएएनएस)