राजसमंद। मन में जोश, जज्बा व इष्ट प्रबल हो तो चाहे कितना ही बड़ा कार्य क्यों न हो हर मनुष्य आसानी से सफलता के कदम चूम लेता है। यही नजारा सोमवार को राजसमंद जिले गोवलिया के गोराजी बावजी मंदिर पर देखने को मिला। मंदिर से 55 किमी की दूरी पर भीलवाड़ा जिले के हीरोटा का खेड़ा गांव से एक श्रद्धालु लोटन करता (लुढक़ता) हुआ मंदिर पहुंचा। वह अपने गांव से दस दिन पूर्व चला था। लोटन करते आ रहे भक्त का ग्रामीणों ने जगह-जगह स्वागत किया। गलवा के पूर्व सरपंच बंशीलाल कुमावत व गोपीलाल कुमावत ने बताया कि हिरोटाकाखेड़ा गांव का मथरालाल अहमदाबाद में भंगार का कार्य करता है। वह जमीन पर लुढक़ता हुआ अपने गांव से रवाना हुआ था। जो सोमवार को मंदिर पहुंचा। इस मौके पर जयकारों से परिसर गंूज उठा।