मैं चाहता हूं कि इस संग्रहालय में बड़ी संख्या में युवा आएं और देश के खेल
इतिहास के बारे में जानें। खासकर भारतीय खेल इतिहास के बारे में, क्योंकि
देश की प्रमुख खेल हस्तियों के बारे में जानना अहम है। सचिन ने आगे कहा कि
हमारे यहां कितने ही विश्व स्तर के खिलाड़ी हुए। उनमें से कुछ अब जीवित
नहीं रहे, लेकिन उन्होंने पदकों के रूप में देश को गौरवान्वित किया। हम
उन्हें भूल नहीं सकते। [@ ये हैं ‘द वॉल’ राहुल द्रविड की 10 लाजवाब पारियां जिनमें...]
टोक्यो में भारतीय पैरा-कैनोइस्ट जयदीप का दबदबा, जीता स्वर्ण पदक
सबसे परफेक्ट नहीं, सबसे साहसी टीम जीतेगी आईपीएल ट्रॉफी : गंभीर
केएल राहुल और ऋतुराज पर लगा 12-12 लाख का जुर्माना
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