कोलकाता। ओलम्पिक में भारत को पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने शनिवार को कहा कि देश में जमीनी स्तर पर विशेषज्ञों और संसाधनों दोनों की कमी है और इसी कारण देश खेलों में पीछे है। बिंद्रा ने कहा कि इन खामियों को जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए। बिंद्रा ने बीजिंग ओलम्पिक-2008 में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था। उन्हें शुक्रवार को फिर से बनाई गई टार्गेट ओलम्पिक पोडियम (टीओपी) समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया। [@ जडेजा-अश्विन में से कोई भी बन सकता है नं.1, देखें टॉप-10 गेंदबाज]
इस समिति में दिग्गज फर्राटा धावक पी. टी. ऊषा और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण भी शामिल हैं। बिंद्रा से जब पूछा गया कि देश में ऐसी कोई जगह है जहां युवा निशानेबाज एक साथ सीख सकें? बिंद्रा ने इसका जवाब देते हुए कहा, दुर्भाग्यवश नहीं। हमारे यहां ऐसी कोई जगह नहीं है। हमारे पास कई औपचारिक कोच हैं जिनके पास थोड़ा सा ही ज्ञान है।
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