करनाल। किसानों की मांगों को लेकर किसान यूनियनों के छह संगठन सरकार के खिलाफ लामबद्ध हो गए हैं। इसके तहत सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने रविवार को एकजुट होकर करनाल के किसान भवन में बैठक की और अपनी आगामी रणनीति पर चर्चा की। इस दौरान किसान संगठनों ने दीनबंधु सर छोटूराम की जयंती पर 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र स्थित जाट धर्मशाला में किसान महापंचायत करने की घोषणा की। जिसमें राज्य सरकार के खिलाफ अगली रणनीति का ऐलान किया जाएगा। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आने के दो साल बाद भी सरकार ने आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं किया है। किसानों की अन्य मांगों में किसानों का कर्जा माफ करने, फसल बीमा योजना को बंद करने, खेती के लिए अलग से बजट बनाने और बीमा का प्रीमियम सरकार की ओर से दिए जाने की मांग की गई।
यह भी पढ़े : ऑनर किलिंग! दलित परिवार के 3 जनों को गोलियों से भून डाला
यह भी पढ़े : अक्षय कुमार की फिल्म ने तोड़ी पांच हजार साल पुरानी परंपरा ! SEE PICS
मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की 98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 26 अप्रैल तक बढ़ी
जम्मू-कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील किया गया - महबूबा मुफ्ती
Daily Horoscope