उदयपुर। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के श्लोगन का रचियता होने का दावा करने वाली पुलिस अधिकारी चेतना भाटी ने उसे श्लोगन का रचियता घोषित करने की मांग की है। दरअसल अब प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इस संबंध में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है। [@ शादीशुदा सरपंच बना मजनूं, महिला के साथ बातचीत की ऑडियो हुई वायरल] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
गौरतलब है कि राज्य सरकार को उदयपुर जिला प्रशासन द्वारा दी गई रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि चेतना भाटी ने इस श्लोगन के लिए राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री को नागौर में रहते हुए 3 अगस्त, 2012 को मेल किया था। जिला प्रशासन ने इस रिपोर्ट में यह बात भी कबूली है कि इससे पहले इस श्लोगन के रचियता के संबंध में विभाग के पास कोई जानकारी नहीं है। राज्य सरकार ने यह रिपोर्ट केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग को भेज दी है। वहीं अब विभाग अपने स्तर पर निर्णय कर रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजेगा।
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