प्रतापगढ। आजादी के 68 साल बीत जाने के बाद भी प्रतापगढ़ जिले का परोलिया गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसो दूर है। इंसान को जीवन व्यापन करने के लिए बिजली-पानी की जरूरत प्रमुखता से होती है लेकिन यहां आज भी बिजली नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीण अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर है। वहीं पानी की समस्या भी सालों से है लेकिन जनप्रतिनिधियों और जिले के आला अधिकारियों को उदासीनता के चलते परोलिया, लंबाघाटा, डाकलाघाटी गांव के लोग 2 किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने गांव में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग को लेकर कई बार जिला कलेक्टर, जनप्रतिनिधियो को ज्ञापन में माध्यम से अवगत कराया लेकिन किसी ने इन गांवो की तरफ ध्यान नहीं दिया और ये गांव पिछड़ते गये । यहां आज हालत यह है कि गांव में जाने के लिए सड़क भी नहीं है। कच्ची सड़क है वो भी उबड़-खाबड़ जिसमे कोई भी वाहन आ जा नहीं सकते। गांव में बिजली नहीं होने से बच्चे अँधेरे में पढ़ाई करने को मजबूर है। हर मां-बाप का सपना होता है कि उसका बच्चा पड़ लिख कर बड़ा अफसर बने लेकिन इन गांवो में बिजली नहीं होने से बच्चे चिमनी का सहारा लेकर अपने मां- बाप के सपनों को साकार करने की कोशिश कर रहे है। 5वीं तक का एक स्कूल है जो अपनी जर्जर अवस्था पर आंसू बहा रहा है।
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