नई दिल्ली। जेएनयू छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी का मामला लगातार सुर्खियों में है। जेएनयू छात्रसंघ और नजीब का पूरा परिवार इस मुद्दे पर लगातार प्रदर्शन कर रहा है। 25 दिनों से लापता नजीब को न ढूंढ पाने पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। परिवार और छात्रों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस इस केस के आरोपियों से पूछताछ नहीं कर रही है, जिसके चलते नजीब का अब तक पता नहीं लग पाया है। आपको बता दें कि एमएससी बायोटेक फर्स्ट इयर के छात्र नजीब को गायब हुए 25 दिन हो गए है। विरोध कर रहे छात्रों की मांग है कि लापता छात्र नजीब का जल्द से जल्द पता लगाया जाए। जेएनयू छात्रसंघ ने दिल्ली पुलिस पर इस मामले में लचर रवैया अपनाने का आरोप लगाया। अपने बेटे की तलाश में पिछले 25 दिनों से भटक रही मां ने पुलिस मुख्यालय में जाकर गुहार लगाई। तेज तर्रार दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों से मिलकर अपने बेटे की तलाश करने की अपील की। लेकिन नजीब की मां को निराशा ही मिली। पुलिस ने उन्हें बताया कि उनके बेटे के कोई जानकारी अब तक उनके पास नहीं है। हालांकि नजीब की मां का कहना है कि जब तक उनके बेटे का पता नहीं चल जाएगा वो ऐसे ही लड़ती रहेंगी।
आपको बता दें कि नजीब 14 अक्टूबर की रात से ही लापता है। बताया गया कि उस रात माही मांडवी हॉस्टल में नजीब अहमद का कुछ छात्रों से झगड़ा हो गया था। आरोप लगे कि एबीवीपी से जुड़े तीन छात्र हॉस्टल मेस कमेटी चुनाव प्रचार के लिए नजीब के रूम पर पहुंचे थे। वहां किसी बात को लेकर नजीब और उन छात्रों के बीच नोक झोंक हो गई। आरोप है कि इसके बाद एबीवीपी से जुड़े इन छात्रों ने अपने बाकी साथियों को बुलाकर नजीब के साथ मारपीट की।
इस घटना के बाद देर रात नजीब ने अपनी मां को फोन किया। नजीब ने मां को बदायूं से दिल्ली आने के लिए कहा। लेकिन 15 अक्टूबर की सुबह करीब 11 बजे जब नजीब की मां उसके हॉस्टल पहुंची तो नजीब गायब मिला।
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