इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश में हेड कॉन्सटेबल से प्रमोशन पाकर दारोगा बनाने का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है । सीनियर को कांस्टेबल ही बना रहने देने और जूनियर को दारोगा बना देने के बावत दाखिल की गई याचिका पर हाईकोर्ट ने सुनवाई की और सरकार से जवाब मांगा है । याचिका में कहा गया है कि दारोगा की चयन लिस्ट में पक्षपात हुआ है । पुलिस भर्ती बोर्ड व डीआईजी स्थापना ने दारोगाओ की नयी सूची जारी करने में भारी अनियमितता की है। इसलिए इसे रद्द किया जाये।गौरतलब है कि यूपी में 3822 हेड कॉन्सटेबलों की सीनियारिटी लिस्ट जारी की गयी। इस वरिष्ठता सूची में सभी याची हेड कॉन्सटेबलों का नाम सबसे ऊपर था । सीनीयरिटी मे ऊपर होने के कारण उन्हें 3.2 किमी की 35 मिनट की रेस मे बुलाया गया। याचीगण समेत 1900 हेड कॉन्सटेबल फिजिकल टेस्ट मे पास भी हो गए । इसके बाद डीआईजी स्थापना पुलिस मुख्यालय ने 3822 कॉन्सटेबलों की वरिष्ठता सूची की अनदेखी करते हुये 2916 जूनियर हेड कॉन्सटेबलों से दारोगा बना दिया ।[@ छात्राओं ने गलियों में दौड़ाकर बुजुर्ग को पीटा ]
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