चुनावी माहौल का कितना असर दिखेगा बजट सत्र में ? सरकार के बजट में भी क्या चुनावी रंग घुला मिला होगा आइये जानें ?
उमाकांत त्रिपाठी
नई दिल्ली। विपक्ष की लाख कोशिशों के बाद भी सरकार को पांच राज्यों में चुनाव के पहले बजट पेश करने की इजाजत मिल गई। कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स की बैठक में इस बार के बजट सत्र की तारीख तय कर दी गई है। इसको लेकर आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और इसका पहला दौर 9 फरवरी तक चलेगा। आम बजट इस बार 1 फरवरी को पेश किया जाएगा जो कि सामान्यत: फरवरी के अंतिम दिन पेश किया जाता था। आर्थिक सर्वे को भी 31 जनवरी को ही पेश किए जाने की तैयारी है। इस बार के बजट सत्र की सबसे खास बात रेल बजट को आम बजट के साथ पेश किया जाना और जीएसटी लागू किए जाने की तैयारी है।
कैसा रहेगा बजट सत्र ?
संसद का शीतकालीन सत्र कैसा रहा पूरा देश इस बात का गवाह है। पूरा शीतकालीन सत्र नोटबंदी को लेकर हंगामे की भेट चढ़ गया। इस बार के बजट सत्र के लिए भी विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने का मन बनाया है। जहां जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने नोटबंदी पर बजट सत्र में चर्चा की मांग करने को कहा है वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि नोटबंदी पर जनता को जवाब देने के लिए सरकार को आना पड़ेगा। नोटबंदी पर विपक्ष के रवैये को देखते हुए इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि शीतकालीन सत्र की तरह बजट सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ सकता है।
इस बजट सत्र में क्या रहेगा खास ?
भाजपा ने राजस्थान के लिए उतारी नेताओं की फौज, कई राज्यों के मंत्री, सांसद संभालेंगे मोर्चा
उज्जैन में नाबालिग से दुष्कर्म के मामला : ऑटो ड्राइवर समेत 5 लोगों से पूछताछ जारी
पंजाब कांग्रेस MLA सुखपाल सिंह खैरा को ड्रग तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया
Daily Horoscope