वहीं अखिलश का धड़ा बहुमत परीक्षण पर जोर देना चाहेगा क्योंकि रविवार को
अखिलेश के पक्ष में ज्यादा पार्टी नेता, पदाधिकारी, सांसद, विधायक नजर आए।
राम गोपाल यादव पहले ही दावा कर चुके हैं कि वो रविवार को उनके अधिवेशन में
आए सभी पार्टी पदाधिकारियों से दस्तखत ले चुके हैं।
अगर चुनाव आयोग सपा के संविधान को तरजीह देता है तो मुलायम गुट को फायदा हो सकता है।
लेकिन
ये पूरी प्रक्रिया 3 से 4 महीने की है, इसलिये जानकारों के मुताबिक
साइकिल सिम्बल फ्रीज किया जायेगा और दोनों ही दलों को अलग अलग सिम्बल दिया
जायेगा, लेकिन चुनावी मैदान में बिना किसी दल के नाम के जाना होगा।
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