नई दिल्ली। संसद के निचले सदन लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को दो बार के
स्थगनादेश के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल कांग्रेस और
तृणमूल कांग्रेस के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही बाधित हुई। [@ तीन पार्टियों ,दो मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा का प्रश्न बना चुनाव ]
तृणमूल
अपने दो सांसदों की गिरफ्तारी का विरोध कर रही थी। उसने केंद्र सरकार पर
बदले की राजनीति का आरोप लगाया।
संसद की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष से
अपना मुद्दा उठाने की अनुमति मांगी, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन
ने यह कहते हुए अनुमति नहीं दी कि प्रश्नकाल के बाद ही मुद्दों को उठाया जा
सकता है। इस बीच तृणमूल के सांसद अध्यक्ष की आसंदी के पास इकटा हो गए और
केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
महाजन ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने और बाद में अपने
मुद्दे उठाने की अपील की, लेकिन विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते रहे, जिसे
देखते हुए अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी। सदन
की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही सुमित्रा महाजन ने तृणमूल कांग्रेस के
सौगत रॉय और राजद के जेपी यादव सहित विभिन्न सदस्यों के स्थगन नोटिस को
मंजूरी नहीं दी। विपक्ष के विरोध के बावजूद सदन की अध्यक्ष ने सूचीबद्ध काम
जारी रखे।
विधेयक पेश...
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