इलाहाबाद। हंडिया सीट पर डिंपल यादव ने आखिरी समय में सपा प्रत्याशी निधि यादव के चुनाव में जान फूंक दी। जो चुनाव अभी तक भाजपा-अद गठबंधन प्रत्याशी प्रमिला त्रिपाठी के पक्ष में नजर आ रहा था, अब उसमें ट्विस्ट आ गया है। वैसे भी इस सीट पर दो दिग्गजों की राजनैतिक साख दांव पर है । [# ग्राउंड जीरो रिपोर्ट: सियासत के मैदान में अव्वल..विकास के नाम पर फिसड्डी !] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
यूपी बोर्ड के सचिव रहे और मौजूदा समय में सपा एमएलसी वासुदेव यादव का कद सपा में कैबिनेट मंत्री स्तर का है और उनकी सपा में इस तरह चलती है कि बिना शोर शराबे अपनी बेटी के राजनैतिक कॅरिअर का आगाज कराने के लिये विधायकी का टिकट दिला दिया। वह भी विधायक प्रशान्त का टिकट काट कर। अब निधि की जीत के लिये वह एडी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
त्रिपाठी की साख
दूसरी तरफ हंडिया को पहचान दिलाने वाले और इस सीट को किसी जागीर की तरह बार बार कब्जाने वाले पूर्व शिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी की साख दांव पर है । खुद चुनाव न लड़कर पत्नी प्रमिला त्रिपाठी को मैदान में लेकर आना आसान नहीं था । प्रमिला के लिए यह राजनैतिक कैरियर का आगाज जरूर है लेकिन राकेशधर के लिये यह राजनैतिक कैरियर बचाने का आखिरी मौका। जेल से छूटकर आये राकेशधर चुनाव की पूरी कमान संभाले हुये हैं और एड़ी-चोटी का जोर लगा चुके हैं ।
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