कानपुर। कानपुर मुस्लिम डेमोक्रेटिक फ्रंट एवं राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के संयुक्त तत्वावधान में आजाद हिंद फौज के कर्नल व सुभाष चन्द्र बोस के ड्राइवर रहे निजामुद्दीन (117वर्ष) को श्रद्धांजलि दी गई। [@ ये युवक रोज खा जाता है छिपकली और बिच्छू] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
शाकिर अली उस्मानी ने श्रद्धांजलि सभा के बाद शोक व्यक्त करते हुए कहा कि निजामुद्दीन ने सुभाषजी के साथ 1943 से 1945 तक वर्मा के जेल में रहे। जिनकी मृत्यु 117 साल में हुई उससे जो राष्ट्रीय क्षति हुई है उसकी भरपाई होना संभव नहीं है। पर दुख की बात यह है कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने उनको स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्ज नहीं दिया।
के.सी. शर्मा ने कहा कि वह जीवन भर राष्ट्रवादी विचारधारा के पोषक रहे और सदैव हिन्दू मुस्लिम एकता के पक्षधर रहे। बसंत लाल प्रजापति ने मांग की कि कर्नल को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा मिले और पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाय। इस दौरान शाकिर अली उस्मानी, के.सी. शर्मा, तारा शर्मा, राज कुमार गुप्ता, बसंत लाल प्रजापति, नौशाद लारी, मो. शाहित खान, शोएब मन्सूरी आदि मौजूद रहें।
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